- मंडे की रात से शुरू हुआ बिजली की आंख मिचौली

- ठंड में आठ घंटे से अधिक देर तक गुल रही बिजली

- ठंडी में पानी और गर्मी के लिए तरसे लोग

GORAKHPUR: गोरखपुर में जब मौसम बेइमान होता है तो बिजली भी उसके साथ अपना रंग दिखाने लगती है। मंडे और ट्यूज्डे को गोरखपुराइट्स के साथ बिजली ने खूब आंख मिचौली खेली। मंडे से गोरखपुर का पारा लुढ़का तो बिजली भी गुल होना भी शुरू हो गई। स्थित यह हुई कि मंडे से ट्यूज्डे तक 8 घंटे से अधिक तक बिजली गुल रही। बिजली गुल होने के कारण लोगों को काफी परेशान होना पड़ा। खासकर बच्चों और बुजुर्गो को बहुत प्रॉब्लम हुई। वहीं सिटी के हजारों घरों में लोगों को बूंद-बूंद पानी के लिए तरसना पड़ गया।

सबसे अधिक परेशानी पानी को लेकर हुई

ट्यूज्डे को सिटी के सरकारी ऑफिस बंद होने के कारण अधिकांश लोग घर पर ही थे, लेकिन बिजली की आंख मिचौली के कारण उनकी छुट्टी खराब हो गई। वहीं दो माह से बिजली न कटने की आदत के कारण सुबह टंकी न भरने के कारण काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। कई घरों में तो पानी की खत्म हो गया। जिसके कारण पूरा दिन लोग बिजली आने की जानकारी लेते रहे।

फ्0 प्रतिशत लोड बढ़ा सब स्टेशन्स पर

यूनिवर्सिटी सब स्टेशन के एसएसओ बृजेश त्रिपाठी ने बताया कि दो दिन से सर्दी बढ़ने के कारण सब स्टेशन पर फ्0 प्रतिशत लोड बढ़ गया है। इसके कारण कटौती करनी पड़ रही है। बृजेश त्रिपाठी ने बताया कि दो दिन पहले सामान्य मौसम में ख्0 से ख्ख् घंटे बिजली सप्लाई हो रही थी क्योंकि बिजली की मांग कम थी, लेकिन मंडे को अचानक सर्दी बढ़ने के कारण फ्0 प्रतिशत एक्स्ट्रा बिजली की मांग बढ़ गई है। संभावना है कि यह कटौती ठंडी बढ़ने के साथ ही बढ़ती जाएगी।

मंडे की रात 8 बजे से गुल होनी शुरू हुई बिजली

मंडे मार्रि्नग से सिटी के मौसम में अचानक परिवर्तन शुरू हुआ। पारा मिनिमम 7 डिग्री तक पहुंच गया। पारा गिरने के साथ ही साथ बिजली कटौती शुरू हो गई। दो माह बाद पहली बार मंडे की रात 8 बजे बिजली गुल हुई। दो घंटे बाद बिजली आई, लेकिन तीन घंटे बाद रात क् बजे फिर से बिजली गुल हो गई। यह रात फ् बजे आई। छुट्टी होने के कारण लोग लेट जगे और अपने दिनचर्या की तैयारी में लगे ही थे कि फिर से 9.फ्0 बजे फिर से बिजली गुल हो गई। उसके बाद सवा दो घंटे बाद क्क्.ब्भ् बजे आई। इसके बाद भी कटौती जारी रही और दोपहर ख् बजे से ब् बजे के लिए फिर से बिजली गुल हो गई।

अचानक लोड बढ़ने के कारण बिजली की मांग पूरे प्रदेश में बढ़ गई है। इसके कारण कटौती करनी पड़ी है। अफसरों को बिजली कटौती कम से कम करने के लिए कहा गया है। जल्द ही कटौती कम हो जाएगी।

एसपी पांडेय, एसई महानगर विद्युत वितरण निगम