- पहले चरण में भीड़-भाड़ वाले इलाके में हो रहा अंडरग्राउंड केबलिंग का वर्क
- शहर के तीन एरिया में चल रहा कार्य, पब्लिक को भी मिलेगी फॉल्ट और दुर्घटना से राहत
GORAKHPUR: आंधी-पानी के कहर से हुए ब्लैक आउट के बाद बिजली विभाग की आंखें खुल गई हैं। इससे सबक लेते हुए विभाग अब 11 हजार वोल्ट लाइन को अंडर ग्राउंड करने की तैयारियों में जुट गया है। अगर यह योजना सफल हो गई तो आने वाले छह माह बाद शहर के आसमान से एक बहुत बड़ा खतरा टल जाएगा। इसके साथ ही साथ पब्लिक को भी राहत मिलेगी। इसके लिए कुल इलाकों में बिजली विभाग ने काम शुरू भी कर दिया है। विभाग का टारगेट है कि अक्टूबर से लेकर नवंबर तक शहर के सभी 11 हजार लाइन को अंडरग्राउंड कर दिया जाए। दो माह से चल रही यह योजना अभी तक 10 प्रतिशत पूरी भी हो चुकी है।
सिर्फ 150 किमी थी अंडरग्राउंड
शहर में अभी तक केवल 150 किमी केबल ही अंडरग्राउंड हो सकी थी। यह उन स्थानों पर किया गया था जहां 24 घंटे बिजली सप्लाई का आदेश था। इसमें दीवानी व कलेक्ट्रेट, जिला अस्पताल (दोनों), यूनिवर्सिटी, रेलवे और मेडिकल कॉलेज शामिल हैं। यहां अभी तक अंडरग्राउंड फीडर से बिजली दी जा रही थी, पिछले साल टेस्टिंग के लिए लालडिग्गी से लेकर रायगंज तक डेढ़ किमी अंडरग्राउंड केबल बिछाया गया था, उसके बाद इस फीडर से जुड़े एरिया को एक घंटे एक्स्ट्रा बिजली मिलने के साथ ही साथ 10 प्रतिशत लाइनलास भी कम हो गया था। वहीं रुस्तमपुर सब स्टेशन से लेकर आजाद चौक तक अंडरग्राउंड केबलिंग की गई थी, लेकिन वह अभी तक चालू नहीं हो पाई है। इस समय मोहद्दीपुर सब स्टेशन कूड़ाघाट तिराहे तक 5 किमी अंडरग्राउंड केबल बिछाने का काम चल रहा है।
शहर को होगा फायदा
महानगर विद्युत वितरण निगम के एसई आरआर सिंह का कहना है कि अंडरग्राउंड केबल बिछाने से सबसे अधिक फायदा होगा। आंधी के समय कोई हाई वोल्टेज करंट के तार नहीं टूटेंगे, जिससे बहुत अधिक बिजली सप्लाई बाधित नहीं होगी। वहीं शाम को अचानक ओवरलोड की वजह से होने वाले शॉर्ट सर्किट से भी काफी हद तक राहत मिल जाएगी। इसका सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि केबल अंडरग्राउंड होने से लोग बिजली की चोरी नहीं कर सकेंगे, वहीं लाइन लॉस भी कम हो जाएगा।
मोहद्दीपुर से शाहपुर, बक्शीपुर से सूरजकुंड और तारामंडल से एरिया में अंडरग्राउंड केबल बिछाने की योजना को स्वीकृत मिल चुकी है। टेंडर की प्रक्रिया चल रही है। इसी माह टेंडर हो जाने के बाद कार्य शुरू कर दिया जाएगा।
आरआर सिंह, एसई महानगर विद्युत वितरण निगम