गोरखपुर (ब्यूरो)।राजकीय कॉलेजों में एक बेटी को पॉवर ऐंजल के रूप में चुना जाएगा, जो पूरे क्लास की लड़कियों की समस्याओं को जानेगी और उसका समाधान कराएगी। जनपद में कुल 22 राजकीय स्कूल संचालित हैं।
पॉवर ऐंजल को दें जानकारी
जिले के हर राजकीय स्कूल की क्लास 9वीं से 12वीं तक की क्लासेज की स्टूडेंट्स में से एक को पॉवर ऐंजल के रूप में चुना जाएगा। ये क्लास मानिटर से अलग होंगी। पॉवर ऐंजल हर स्टूडेंट से निरंतर संपर्क रखेगी। अपनी कलीग्स को उचित व्यवहार रखने के साथ ही क्लास व उससे बाहर किसी प्रकार के दुराचार और दुव्र्यवहार के प्रति सतर्क रहने के लिए परामर्श देगी। स्टूडेंट्स को जागरूक किया जाएगा कि कोई भी घटना हो इसकी जानकारी पॉवर ऐंजल को दे। परामर्श तो साथ देगी ही। कोई परेशानी गंभीर हुई तो इसकी जानकारी क्लास टीचर को देंगे। समस्या के समाधान को प्रिंसिपल का सहयोग लेंगे। यातायात के नियम और आपदा के समय क्या करें, क्या न करें से भी जागरूक करेंगे।
स्कूल स्तर पर बनाई जाएगी समिति
स्कूल स्तर पर एक समिति का गठन होगा। समिति में संरक्षक के रूप में प्रिंसिपल, स्थायी सदस्य व्यायाम शिक्षक, क्रीड़ा प्रभारी शिक्षक, नोडल शिक्षक सदस्य एक शिक्षक चक्रीय क्रम में होगा। सदस्य हर क्लास की पॉवर ऐंजल, हर क्लास का एक स्टूडेंट या कई स्टूडेंट्स को नामित किया जाएगा।
शिकायत पेटिका के इस्तेमाल को किया जाएगा जागरूक
हर राजकीय स्कूल में लगी शिकायत पेटिकाओं के इस्तेमाल के लिए स्टूडेंट्स को जागरूक किया जाएगा। बताया जाएगा कि कोई भी परेशानी हो तो वे लिखकर पेटिका में डालें। वह पूरी तरह गोपनीय होगा और समस्या का भी समाधान स्कूल स्तर से कराया जाएगा।
शासन की तरफ से गर्वमेंट स्कूलों में गल्र्स को पॉवर ऐंजल बनाने और जागरूकता गतिविधियां कराने का आदेश हुआ है। यह काफी अच्छी पहल है। इससे उनको कोई मनचला परेशान नहीं कर पाएगा। जल्द ही सभी स्कूलों को लेटर भेजा जाएगा।
- ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह भदौरिया, डीआईओएस