- मंडी में हर रोज भाव हो रहे हैं नरम और गरम
- आलू के आवक पर निर्धारित है रेट, पैदावार अधिक होने के बावजूद भी चढ़ा रेट
GORAKHPUR: आलू का पैदावार अधिक होने की वजह से अब कोल्ड स्टोरेज भी खुलने शुरू हो गए है। किसान और व्यापारी आलू को सड़ने से बचाने के लिए इसका सहारा ले रहे हैं। इसके साथ ही अब जमाखोर भी एक्टिव हो गए हैं। इसी का नतीजा है कि मंडी में आलू की आवक कम होने से हर रोज भाव नरम और गरम हो रहा है।
भाव कम मिलने पर माल डंप
लगभग पिछले माह सफेद आलू के दाम प्रति किलो 5 से 6 और लाल आलू का रेट 6 से 7 रुपये थे। जिन इलाकों में इसका उत्पादन हुआ वहां आलू के भाव कम थे। इसकी वजह से किसान परेशान की परेशानी बढ़ गई। पैदावार ज्यादा होने के बाद औना-पौना रेट मिलने पर किसानों ने घाटे पर आलू का कारोबार न करने की ठान ली। इसी का नतीजा है कि उन्होंने कोल्ड स्टोरेज का सहारा लेकर ज्यादा दाम मिलने तक आलू की डंपिंग शुरू कर दी। आलू के रेट अब बढ़कर 10 से 11 के बीच आ चुका है। कारोबार से जुड़े लोगों का मानना है कि आलू का पैदावार अधिक हुआ है, लेकिन भाव कम मिल रहे हैं। इस वजह से कोल्ड स्टोर में जमा किए जा रहे हैं, जिससे आगे चलकर उन्हें अच्छा रेट मिल सके।
अभी लोकल आलू की आवक मंडी में थी, लेकिन इधर बाहर से आलू मंगाए जा रहे हैं। वजह यह है कि कोल्ड स्टोर में आलू जमा किए जा रहे हैं। इस नाते रेट में उतार चढ़ाव आ रहा है, लेकिन पैदावार अधिक होने की वजह से नरमी बनी रहेगी।
फिरोज अहमद राईन, महामंत्री, फल-सब्जी विक्रेता एसोसिएशन
पास के जिले बारबंकी से आलू की खेप आ रही है। दाम में पैसे का अंतर आ रहा है, लेकिन जिस तरह से मंडी में आवक कम हो रही है। इससे भाव में तेजी आने के आसार दिख रहे हैं। फिलहाल अभी भाव यथावत रहेगा।
नबी मोहम्मद, आलू व्यापारी