-डाक विभाग में हुए करोड़ों रुपए के फर्जीवाड़े का मामला
-डाक विभाग ने दागी कर्मचारियों के खिलाफ कैंट थाने में दर्ज कराया मुकदमा
GORAKHPUR: डाक विभाग में हुए करोड़ों रुपए के फर्जीवाड़े मामले में आखिरकार डाक विभाग ने दागी कर्मचारियों के खिलाफ कैंट थाने में मुकदमा दर्ज करा ही दिया, लेकिन हैरानी की बात है कि इस मामले में कैंट पुलिस ने अभी तक किसी को अरेस्ट नहीं किया है।
बता दें, डाक विभाग में खाताधारकों के एमआईएस के रुपए फर्जी ढंग से भुगतान का मामला प्रकाश में आया। इसमें महेंद्र नाथ पाठक, शिवराज पाठक, माधुरी पाठक और केके उपाध्याय शामिल थे। इन सभी के खिलाफ खाताधारकों की तरफ से मामला दर्ज कराया गया था, लेकिन डाक विभाग की तरफ से इस फर्जीवाड़े में शामिल कर्मचारियों के खिलाफ कोई मामला दर्ज नहीं कराया गया था। जब चीफ पीएमजी के आदेश पर मामले की जांच-पड़ताल हुई तो उसके बाद सात कर्मचारियों की मिलीभगत सामने आई। डाक विभाग के एसएसपी देवव्रत त्रिपाठी ने बताया कि विभाग की तरफ से उमाशंकर सिंह, केशव प्रसाद गुप्ता, योगेश पटेल, योगेश पाल, प्रियंका सिंह, हितेंद्र कुमार यादव, घनश्याम वर्मा के खिलाफ फर्जीवाड़े में मुकदमा दर्ज कराया गया है। इसके साथ ही विभाग की तरफ से महेंद्र नाथ पाठक, शिवराज पाठक, माधुरी पाठक व रंजना पाठक के खिलाफ भी केस दर्ज कराया। कैंट थाने में केस दर्ज हुए दो दिन से अधिक हो गए, लेकिन अभी तक किसी को अरेस्ट नहीं किया गया है। कैंट थाने के प्रभारी विजय राज सिंह ने बताया कि इस मामले में अभी तक किसी को अरेस्ट नहीं किया गया है।