- डाक विभाग के पांच लाख से उपर उपभोक्ता आज भी हैं एटीएम से वंचित

- सिविल लाइंस स्थित मुख्य डाकघर छोड़, बाकी के मुख्य डाकघर और उप डाकघरों में अब तक नहीं लगे एटीएम

GORAKHPUR: नेशनलाइज्ड बैंक के तर्ज पर डाक विभाग में लगने वाले एटीएम सुविधा से आज भी लाखों उपभोक्ता वंचित हैं। विभाग का दावा था कि जल्द से जल्द उपभोक्ताओं को नेशनलाइज्ड बैंक के तर्ज पर एटीएम की सुविधा मुहैया कराई जाएगी। हालांकि डाक विभाग के मुख्य डाकघर पर इस सुविधा की शुरूआत कर दी गई है, लेकिन बाकी के डाकघरों में अभी यह सुविधा शुरू नहीं हो सकी है।

हवा-हवाई हुए वादे

सिविल लाइंस स्थित मुख्य डाकघर के अधिकारियों का दावा था कि नेशनलाइज्ड बैंक के तर्ज पर उपभोक्ताओं को एटीएम सुविधा का लाभ दिया जाएगा। उपभोक्ताओं को रूपए निकालने के लिए डाक विभाग के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। इसके लिए तत्कालीन एसएसपी आलोक ओझा ने वादे भी किए थे। उपभोक्ताओं को बेहतर सुविधा मिल सके। इसके लिए आला अधिकारियों ने कई बार प्रेस कांफ्रेस भी करके इसकी सूचनाएं दीं, लेकिन एटीएम लगाने की सुविधा हवा-हवाई हो गई।

लगा भी तो केवल सिविल लाइंस में

बहुत कोशिश के बाद किसी तरह सिविल लाइंस स्थित मुख्य डाकघर में एटीएम लगाई गई है। जबकि कूड़ाघाट स्थित दूसरे मुख्य डाकघर में आज तक एटीएम नहीं लग सका। हालांकि विभाग के उच्च अधिकारियों का यह दावा है कि जल्द ही कूड़ाघाट मुख्य डाकघर में भी एटीएम लगाए दिए जाएंगे। यहां के करीब 50 हजार उपभोक्ताओं का इसका लाभ मिलना शुरू हो जाएगा।

पांच लाख से उपर हैं डाक विभाग में उपभोक्ता

तीन साल पहले ही गोरखपुर मंडल के करीब 5 लाख से उपर के उपभोक्ताओं को एटीएम से लैस करने के लिए प्लानिंग तय कर ली गई थी। इसके लिए रिलायंस कम्यूनिकेशन, आईटीसी और इंफोसिस की मदद से नेट बैंकिंग और एटीएम की सुविधा दी जानी थी। डाकघर, नई दिल्ली से इसके लिए अनुमति भी प्राप्त हो गई थी। इसके बाद शहर के दर्जन भर के डाक विभाग को कोर बैकिंग से जोड़ दिया। इसी क्रम में सिविल लाइंस स्थित मुख्य डाकघर में एटीएम भी लगा दिए गए, लेकिन बाकी के मुख्य और उपर डाकघरों में आज भी एटीएम की सुविधा उपभोक्ताओं को मुहैया नहीं कराई जा सकी।

सिविल लाइंस और कूड़ाघाट मुख्य डाकघर में एटीएम लगाए जाने थे। सिविल लाइंस में एटीएम सुविधा शुरू कर दी गई है, इसी महीने के अंत तक कूड़ाघाट मुख्य डाकघर में एटीएम की सुविधा शुरू कर दी जाएगी। उसके बाद उप डाकघरों में लगाए जाएंगे।

देवव्रत त्रिपाठी, एसएसपी, डाक विभाग, गोरखपुर