-आई नेक्स्ट के लगातार खुलासे के बाद बैंक और आयकर विभाग हरकत में

- गोरखपुर के 4.63 लाख खातों की जांच शुरू, आरबीआई ने दिया आदेश

नोटबंदी के बीच ब्लैकमनी खपाने के लिए आजमाए जा रहे तरीकों का आई नेक्स्ट के लगातार भंडाफोड़ किए जाने के बाद हरकत में आए आयकर विभाग ने कार्रवाई शुरू कर दी है। उधर, आरबीआई के आदेश पर बैंकों ने जांच शुरू कर दी है। शनिवार को गोरखपुर के 4.63 लाख खातों की जांच शुरू हो गई।

नौकरों के खाते में डाल रहे थे पैसा

आई नेक्स्ट ने 14 नवंबर के अंक में बताया था कि कैसे डॉक्टर अपने कर्मचारियों और नौकरों के खाते में पैसे डालने का ऑफर दे रहे हैं। इसके बाद जिले में चलने वाले 29 बैंकों की 357 शाखाओं के प्रबंधक रोजाना स्थिति की जानकारी अपने उच्चाधिकारियों को दे रहे हैं। साथ ही अन्य सेविंग व करंट अकाउंट से 9 नवबंर के बाद होने वाले सभी बड़े ट्रांजेक्शन की लिस्ट बना ली गई है।

50 हजार जनधन खाते चिह्नित

दसरअसल 500, 1000 रुपए के नोट बंद होने के बाद जनधन योजना के तहत खुले खातों में कालाधन खपाया जा रहा है। आरबीआई के निर्देश पर बैंक के अधिकारी जनधन योजना के तहत खुले खाते में आठ नवंबर से पहले और बाद में रुपए जमा करने और निकाले जाने का विवरण जुटा रहे हैं। सूत्रों के अनुसार, एक सप्ताह से चल रही निगरानी में अब तक जिले के 50 हजार जनधन खातों को चिह्नित किया गया है।

31 दिसंबर के बाद होगी स्क्रूटनी

एक ओर बैंको के खातों पर नजर रखने का आरबीआई ने निर्देश जारी किया है, वहीं इनकम टैक्स डिपार्टमेंट भी बैंकों के खातों को खंगालने में लगा है। आईटी डिपार्टमेंट के अधिकारियों के मुताबिक फिलहाल विभाग सिर्फ बैंक एकांट्स में होने वाले ट्रांजेक्शन पर नजर बनाए हुए हैं। 31 दिसंबर के बाद इनकी स्क्रूटनी की जाएगी।

वर्जन

1000 और 500 रुपए के नोट बंद होने के बाद कोई खाता धारक को लालच देकर दुरुपयोग न करे इसलिए निगरानी कर रहे हैं। ऐसे तो इसमें सेविंग व करंट एकाउंट से होने वाले सभी ट्रांजेक्शन पर हमारी नजर है, लेकिन जनधन योजना के तहत खुलने वाले खातों पर विशेष नजर है।

- आरके सिंह, चीफ मैनेजर लीड बैंक

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इसके लिए सभी बैंकों के खातों से होने वाले ट्रांजेक्शन की डिटेल जुटाई जा रही है। बैंकों को इसमें विशेष निगरानी रखने का निर्देश जारी किया गया है। बैंकों के डिटेल के बाद सभी एकाउंट्स की स्क्रूटनी कराई जाएगी। किसी तरह की गड़बड़ी करने वाले का बच पाना संभव नहीं है।

विजय कुमार, चीफ कमिश्नर इनकम टैक्स