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- पॉलिटेक्निक स्टूडेंट्स पर न पड़े किताबों का बोझ इसलिए टेक्निकल एजुकेशन बोर्ड ने लिया निर्णय

- स्टूडेंट्स को नहीं देनी होगी कोई एक्स्ट्रा फीस, लाइब्रेरी में रखी रहेगी हर एक के नाम एलॉट बुक्स

syedsaim.rauf@inext.co.in

GORAKHPUR: किसी वजह से अच्छा मा‌र्क्स नहीं मिल पाने और फाइनेंशियल क्राइसिस के चलते इंजीनियरिंग नहीं कर पाने वाले स्टूडेंट्स के लिए पॉलिटेक्निक किसी वरदान की तरह है। स्टूडेंट्स की तंगहाली का ख्याल रखते हुए जिम्मेदार भी लगातार उनका बोझ कम करने में लगे हुए हैं। इसी क्रम में टेक्निकल एजुकेशन बोर्ड ने ऐसी व्यवस्था लागू करने का निर्णय लिया है, जिसके जरिए स्टूडेंट्स के सिर से बुक्स खरीदने व लाने-ले जाने के झंझट से मुक्ति मिल जाएगी। नेक्स्ट सेशन से स्टूडेंट्स के लिए कॉलेज की तरफ से ही बुक्स मिलेंगी।

बीएलए फंड से परचेज होंगी बुक

टेक्निकल एजुकेशन बोर्ड ने जो प्रपोजल तैयार किया है, उसके तहत ब्वॉयज के लिए आने वाले बीएलए फंड से बुक्स की परचेजिंग की जाएगी और वह पॉलिटेक्निक की लाइब्रेरी में मौजूद रहेंगी। स्टूडेंट्स जब कॉलेज पहुंचेंगे, तो उन्हें वहीं पर बुक्स एलॉट की जाएंगी और जाने के दौरान फिर से जमा हो जाएंगी। इससे एक तरफ जहां स्टूडेंट्स और उनके पेरेंट्स के ऊपर पड़ने वाला बर्डन कम हो जाएगा, वहीं दूसरी ओर स्टूडेंट्स को बुक्स का बोझ लेकर कॉलेज का तक नहीं जाना पड़ेगा।

नेक्स्ट सेशन से होगा लागू

टेक्निकल एजुकेशन बोर्ड ने इसके लिए पूरी आउट लाइन तैयार कर ली है। नेक्स्ट सेशन से इसे लागू कर दिया जाएगा। इसके लिए प्रक्रिया फाइनल स्टेज में है।

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इन्हें मिलेगा फायदा

- 136 पॉलिटेक्निक कॉलेज है प्रदेश में

- 40 हजार स्टूडेंट्स हैं पॉलिटेक्निक कॉलेजों में

वर्जन

पॉलिटेक्निक में एडमिशन लेने वाले स्टूडेंट्स फाइनेंशियली साउंड नहीं होते हैं। फीस के बाद उनके पास इतना पैसा नहीं होता है कि वह बुक्स भी खरीद सकें। इसके लिए पॉलिटेक्निक में एक फी एलए है, जिसमें ब्वॉएज फंड होता है। इससे बुक्स परचेज की जाएंगी, जिससे स्टूडेंट्स पर बोझ न पड़ सके।

- भुवनेश कुमार, सचिव, टेक्निकल एजुकेशन बोर्ड