- कई सांसद और विधायक कर चुके हैं नगर निगम के कार्यो की जांच की मांग
- नगर निगम के निर्माण कार्यो में आ रही धांधली की शिकायत
- एफडीआर में फर्जीवाड़ा मामले का आई नेक्स्ट ने किया था खुलासा
GORAKHPUR: नगर निगम में ठेकेदारों के एफडीआर और कागज में फर्जीवाड़े की चर्चा में अब माननीय भी शामिल हो गए हैं। यही कारण है कि एक दो नहीं बल्कि कई सांसद और विधायक पत्र लिखकर निगम के विभिन्न कार्यो की जांच की मांग उठा चुके हैं। दूसरी तरफ लगातार उठ रही ये मांगें नगर निगम अधिकारियों और ठेकेदारों के लिए सिरदर्द बन गई हैं।
ठेकेदारों के खिलाफ खोला मोर्चा
नगर निगम के ठेकेदारों के खिलाफ माननीयों ने मोर्चा खोल दिया है। कुछ दिन पहले ग्रामीण विधायक विजय बहादुर यादव ने एक फर्म के फर्जी होने की आशंका जाहिर करते हुए जांच की मांग की थी। वहीं महराजगंज के पूर्व सांसद अखिलेश सिंह और नौतनवां के पूर्व सांसद कौशल किशोर सिंह भी फर्म्स के खिलाफ जांच की मांग उठा चुके हैं। इसके अलावा नगर विधायक डॉ। राधामोहन दास अग्रवाल पिछले दो माह में तीन से अधिक स्थानों पर हो रहे निर्माण कार्य की जांच की मांग कर चुके हैं। इससे नगर निगम में हलचल बढ़ गई है। सुगबुगाहट तेज हो गई है कि अगर जांच हुई तो फर्जीवाड़े के मामले खुल सकते हैं। ऐसा हुआ तो कार्यो के लटकने के अलावा भुगतान तक रुकने की स्थिति बन सकती है।
वर्जन
एक फर्म के अधूरे और गुणवत्ता के खिलाफ किए गए कार्य के खिलाफ एक पत्र आया है। इसकी जांच की जा रही है। जांच के बाद जो भी रिपोर्ट होगी उसे जिम्मेदार के जरिए भेज दिया जाएगा।
- बीएस पटेल, एक्सईएन व जांच अधिकारी