- खजनी में दिन दहाड़े डकैती का मामला
- सिपाही ने आत्मदाह की चेतावनी, चल रही जांच
GORAKHPUR: खजनी में दिन दहाड़े डकैती एक दिन पहले छुट्टी पर गए सिपाही को सस्पेंड करने का मामला सोमवार को गर्म रहा। घटना के दिन ड्यूटी पर न होने के बावजूद कार्रवाई को सिपाही ने उत्पीड़न बताया। उसने कहा कि वह भी पहले भी उत्पीड़न की शिकायत दर्ज करा चुका है, जिसकी जांच चल रही है। हालांकि एसपी ग्रामीण ने सिपाही के खिलाफ कार्रवाई को उचित बताया। कहा कि पिछली घटनाओं में लापरवाही पाए जाने से उसे सस्पेंड किया गया।
शनिवार को पड़ी थी डकैती
खजनी एरिया के खजुरी चौराहे पर शनिवार को बदमाशों ने जमकर उत्पात मचाया। दुर्गेश कुमार की ज्वेलरी शॉप और अनिल वर्मा के बर्तन स्टोर में दिन दहाड़े डकैती डाली। फायरिंग करते हुए बदमाशों ने ढाई के गहने, करीब 70 हजार नकदी लूट ली। विरोध करने पर दो लोगों को गोली मारकर बदमाश फरार हो गए। मौके पर पुलिस अधिकारी पहुंचे तो लोगों ने घटना के लिए पुलिस को जिम्मेदार ठहराया। बताया कि पूर्व में हुई लूट की घटनाओं का मुकदमा नहीं लिखा गया। एसएसपी अनंत देव ने हलका के दो सिपाहियों श्रीराम और प्रेम चंद को सस्पेंड कर दिया।
15 अप्रैल से अवकाश पर
लापरवाही के आरोप में सस्पेंड एक सिपाही ने बखेड़ा कर दिया। छुट्टी पर होने के बावजूद सस्पेंड करने पर आपत्ति जताई। आरोप लगाया कि उसका उत्पीड़न किया जा रहा है। इसके पहले भी उसके खिलाफ साजिश रची गई थी, इसलिए एक माह पहले उसने एसएसपी को अपना रिजाइन लेटर दिया था। इसकी जांच एसएसपी ने सीओ बांसगांव सुखवीर सिंह को सौंपी थी। इसलिए सिपाही ने चेताया कि उसके साथ अन्याय हुआ तो वह थाने में आत्मदाह कर लेगा।
पब्लिक ने सिपाहियों पर आरोप लगाए थे। लोगों ने कहा कि पहले की घटनाओं में लापरवाही बरती गई। लूट के दो मामलों में हलका सिपाहियों ने कार्रवाई नहीं की। पुरानी घटनाओं में लापरवाही बरतने पर सिपाहियों को सस्पेंड किया गया। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि वह छुट्टी पर चला गया था।
ब्रजेश सिंह, एसपी ग्रामीण