- प्रेम संबंधों में फरार हुए ज्यादातर जोड़े

- दोनों पक्षों से बातचीत में करेंगे समाधान

GORAKHPUR:

किशोरियों के अपहरण के मामलों को सुलझाने के लिए पुलिस पहल करने जा रही है। किशोरियों को बहला-फुसलाकर अपहरण करने की पुरानी घटनाओं का निस्तारण करने के लिए पुलिस दोनों पक्षों से बातचीत करेगी। एसएसपी ने कहा है कि राजपत्रित अधिकारी की मौजूदगी में मामलों का निस्तारण होने से मुकदमों का बोझ कम होगा।

इश्क के फेर में छोड़ रहे घर

किशोर उम्र में प्यार के फेर में पड़कर जोड़े घर से फरार हो जा रहे हैं। जिले में हर महीने औसतन 20 ऐसे मामले सामने आते हैं। किशोरियों के घर से भागने के बाद परिजन थाने-चौकी का चक्कर लगाते हैं। आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करके पुलिस किशोर-किशोरी की तलाश में जुट जाती है। कई बार ऐसा होता है कि कई साल तक दोनों के बारे में जानकारी नहीं मिल पाती। ऐसे में तब तक मामला खत्म नहीं होता, जब तक कि प्रेमी जोड़ा बरामद न हो जाए। इस वजह से मुकदमे की विवेचना थानों पर पेडिंग रह जाती है। कई बार ऐसा भी होता है कि सालों बाद प्रेमी जोड़ा अपनी औलाद के साथ घर लौटता है। ऐसे में दोनों के बरामद करके कार्रवाई में पुलिस को प्रॉब्लम होती है।

पांच सौ अधिक मामले पेंडिंग

जिले के विभिन्न थानों पर किशोरियों के अपहरण के करीब पांच सौ मामले पेंडिंग चल रहे हैं। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इनमें ज्यादातर आपसी प्रेम संबंधों के हैं। घर से भागने वाले प्रेमी जोड़े के परिजन भी उनके संबंधों को बखूबी जानते हैं। इसलिए ऐसे मामलों को निपटाने के लिए पुलिस ने आसान राह निकाली है। प्रेमी और प्रेमिका पक्ष के लोगों को बुलाकर मामले का पुलिस निस्तारण कराएगी। राजपत्रित पुलिस अधिकारी ऐसे मामलों को सुनकर बीच का रास्ता निकालेंगे। मुकदमों को खत्म कराने के लिए दोनों पक्षों की सहमति ली जाएगी। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि कुछ मामलों में केस दर्ज कराकर कोई पैरवी नहीं करता। वादी, गवाह सहित अन्य लोगों की तलाश में पुलिस परेशान होती है। ऐसे मामलों को निपटाने का प्रयास किया जाएगा।

वर्जन

पुराने मामलों के निस्तारण के लिए इस प्रक्रिया को अपनाया जा रहा है। लड़की-लड़का दोनों पक्षों की सहमति से मामलों को खत्म करा दिया जाएगा। इनमें वर्ष 2016 के पहले के मामलों को शामिल किया जाएगा।

-ब्रजेश सिंह, एसपी ग्रामीण