- डकैती की सूचना पाकर दौड़ पड़े आलाधिकारी
- रिश्तेदारों पर जताया शक, पुरानी रंजिश का हवाला
BELIPAR: डकैत जब घर में घुसे तो परिवार के लोगों ने कई बार 100 नंबर डायल किया लेकिन फोन रिसीव नहीं हुआ। लालजी पाल के घर से बेलीपार थाने की दूरी डेढ़ किमी। है। दोनों की वाराणसी हाइवे पर स्थित हैं। पुलिस गांव तो दूर सड़क पर भी गश्त नहीं करती। डकैती की सूचना पर पुलिस महकमे में खलबली मच गई। मौके पर आईजी पीसी मीना, डीआईजी आरके चतुर्वेदी, एसएसपी लव कुमार, एसपीआरए ब्रजेश सिंह और सीओ घटनास्थल पर पहुंचे। इसके बाद अफसरों ने जिला अस्पताल पहुंचकर घायलों का हाल जाना।
दी जान से मारने की धमकी
लालजी की बेटी सरिता ने बताया कि रात लगभग 12 बजे श्रीराम तिलक से लौटा था। आधे घंटे के बाद सभी लोग सोने चले गए। एक कमरे में छह महिलाए टीवी देख रहीे थीं। डकैतों ने पहले बाहर सो रहे सभी लोगों को लाठी-डंडे से पीटकर घायल कर दिया। मोबाइल छीनकर सिम कार्ड तोड़ दिया। घर की महिलाओं ने बताया कि डकैत आलमारी की चाभी और रायफल मांग रहे थे। सभी के कान, नाक, गला, हाथ और पैरे के जेवर उतार लिए। शादी के लिए रखे गए जेवरात भी डकैत ले गए। महराजगंज जिले की श्यामदेउरवा परतावल निवासी मालती देवी ने बताया कि डकैतों ने दो माह के बेटे अंकुश को गोद में लिया और जान से मारने की धमकी देने लगे।
कच्छा बनियान में थे डकैत
असलहा, लाठी, डंडे और रॉड से लैस डकैत कच्छा-बनियान पहने हुए थे। 25 नवंबर को लालजी की बिटिया सरिता की शादी है। डकैतों ने शादी की खुशियों को मातम में बदल दिया। श्रीराम बहन के तिलक समारोह में गया था लेकिन अपनी दवा खाना भूल गया था। इसलिए रात 12 बजे घर लौट आया। यहां आने पर डकैतों ने उसकी जान ले ली। लालजी पाल ने अपने रिश्तेदार पर संदेह जाहिर किया है। तहरीर में बेटे राम संवार पाल के ससुर सूर्यनायण पाल व बेटी संजू का नाम है। बताया कि इनसे काफी दिनों से रंजिश चल रही है। पुलिस मामला दर्ज करने के बाद डकैतों की तलाश में लगी है।
ये हुए घायल
विद्यावती पत्नी रामप्रीत
चंद्रकला पत्नी ओम प्रकाश
मीरा देवी पत्नी नंदू पाल
इश्रावती पत्नी बनवारी
गुलाईची देवी पत्नी लाल जी पाल
मालती देवी पत्नी रमेश
लीलावती पत्नी मुखलाल
रिंकू पत्नी रामकृपाल
सरिता पुत्री लालजी पाल