- दस्तावेजों की जांच में जुटी पुलिस, कस्टमर्स परेशान

- भुगतान न होने की शिकायत पर खुली गोलमाल की पोल

GORAKHPUR: कैंट एरिया के बैंकरोड, शंकर कांप्लेक्स स्थित बर्डवान सन्मार्ग में ताला लटकता रहेगा। पुलिस की जांच पूरी होने तक कंपनी का आफिस खुलना मुश्किल है। पुलिस अफसरों का कहना है कि चिटफंड कंपनी का गड़बड़झाला बड़ा है। इसकी जांच के लिए काफी वक्त चाहिए।

विवाद होने पर खुली कंपनी की पोल

तीन साल पहले शंकर कांप्लेक्स में कुछ लोगों ने बर्डवान सन्मार्ग का आफिस खोला। पूरे मंडल में कारोबार फैलाकर सैकड़ों लोगों को अपना एजेंट बनाया। हजारों ग्राहकों के करोड़ों रुपए जमा कराए। सैटर्डे दोपहर कुछ एजेंट्स ने भुगतान न होने की शिकायत की। हंगामा होने पर पुलिस पहुंची तो कुछ लोगों को थाने ले गई। इसके बाद पुलिस की जांच में सामने आया कि भारी गोलमाल किया गया है। पुलिस ने क्फ् लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया। इस मामले में कंपनी के ऑनर और एमडी भी शामिल हैं।

मुकदमा दर्ज होने पर कस्मर्स की बढ़ी प्रॉब्लम

फायनेंस कंपनी में रुपए जमा कराने वाले कस्टमर्स काफी परेशान हो गए हैं। वेंस्डे को कुछ लोग थाने पहुंचे। उन लोगों ने पुलिस से बात की। पुलिस ने उनसे अलग से तहरीर देने को कहा। लेकिन मुकदमे से ज्यादा उनको अपने डूबे रुपए पाने की चिंता थी। उनकी फौरन मदद करने में पुलिस ने असमर्थता जताई। पुलिस ने कहा कि इस मामले में काफी लंबा समय लगेगा। गोरखपुर में बैठे जिम्मेदार लोगों को पकड़ने के साथ पूरे दस्तावेज की पड़ताल की जाएगी। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया सहित अन्य संस्थाओं से इसकी रिपोर्ट मांगी जाएगी। कंपनी से जुड़े सभी कस्टमर्स से भी बात करने की कोशिश होगी।

चिटफंड कंपनी का मामला काफी बड़ा है। इसकी जांच पड़ताल में लंबा वक्त लगेगा। करीब क्भ् करोड़ रुपए का गबन करने के लिए काफी लंबा जाल बुना गया है। पुलिस की एक अलग टीम मामले की पड़ताल करेगी।

सतेंद्र कुमार, एसपी सिटी