-बेलीपार एरिया के भरवल में हुई थी घटना

-आईजी को पत्र देकर जांच कराने की गुहार

GORAKHPUR:

बेलीपार पुलिस पर गवाह को अभियुक्त बनाकर जेल भेजने का आरोप लगा है। बेलीपार एरिया के भरवल उर्फ भरवलिया निवासी अनिल निषाद के साथ पहुंचे लोगों ने आईजी को पत्र देकर मामले में निष्पक्ष जांच कराने की मांग उठाई है। पीडि़त लोगों ने कहा कि अभियुक्तों के प्रभाव में आकर पुलिस समझौते का दबाव बना रही थी। बात न बनने पर गवाह को मुल्जिम बना दिया।

चुनावी रंजिश में चली थी गोली

बेलीपार एरिया के भरवलिया उर्फ भरवल निवासी इंद्रासनी देवी ने बेटे अनिल निषाद पर हमला करने का आरोप लगाते हुए केस दर्ज कराया था। महिला ने कहा था कि उनका बेटा अनिल पंचायत चुनाव में क्षेत्र पंचायत का प्रत्याशी था। ग्राम प्रधान प्रत्याशी रजनीश का समर्थन करने से दूसरे पक्ष के लोग नाराज चल रहे थे। इसी बात को लेकर चार दिसंबर 2015 की शाम आरोपियों ने हमला बोल दिया। अनिल को गोली मारकर हमलावर फरार हो गए। महिला की तहरीर पर पुलिस ने चार लोगों के खिलाफ जानमाल की धमकी देने, जानलेवा हमला करने का मुकदमा दर्ज किया।

सुलह का बना रहे थे दबाव

जानलेवा हमले में घायल अनिल निषाद के पक्ष में गांव के संदीप और दिनेश ने गवाही दी। शनिवार को आईजी से मिलने पहुंचे लोगों ने आरोप लगाया कि अभियुक्तों के पक्ष में पुलिस समझौते का दबाव बना रही थी। मुकदमा उठाने पर सात लाख रुपए देने की पेशकश की। बात न मानने पर पुलिस दूसरे हथकंडे अपनाने लगी। अनिल निषाद के मुकदमे में गवाह संदीप निषाद और दिनेश को मुल्जिम बना दिया। शनिवार को पुलिस ने संदीप को अरेस्ट करके जेल भेजा। तब लोगों को मामले की जानकारी हुई। पीडि़त पक्ष ने आईजी, डीआईजी, एसएसपी सहित अन्य अफसरों को पत्र देकर विवेचक के खिलाफ कार्रवाई की मांग उठाई।