- गोरखनाथ मेले में मोर्चा संभाल रहे एनसीसी कैडेट
- वीआईपी ड्यूटी के लिए मशक्कत, थाने भी हुए खाली
द्दह्रक्त्रन्य॥क्कक्त्र : जिले में पुलिस कर्मचारियों का टोटा हो गया है। गैर जिलों में तबादले होने से पुलिस कर्मचारी रवानगी कराने में लगे हैं। जाने के चक्कर में थाने से लेकर वीआईपी ड्यूटी तक प्रभावित हो रही है। पुलिस कर्मचारियों की कमी से गोरखनाथ मेले में एनसीसी के कैडेट्स की ड्यूटी लगानी पड़ी है। ट्यूज्डे को देवरिया में सीएम अखिलेश सिंह के प्रोग्राम के लिए ज्यादातर पुलिस कर्मचारी चले गए। जिले में बचे पुलिस कर्मचारी सड़क परिवहन, राजमार्ग एवं जहाजरानी मंत्रालय के केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के प्रोग्राम की सुरक्षा ड्यूटी में रहेंगे।
2050 की जरूरत, 1700 की तैनाती, 12 सौ का हो गया ट्रांसफर
जिले में 2050 पुलिस कर्मचारियों की तैनाती का मानक है। हालांकि सिर्फ 17 सौ लोगों की तैनाती हो सकी थी। गृह जनपद के जिलों में तैनात पुलिस कर्मचारियों को दूर दराज जिलों में भेजने का आदेश गवर्नमेंट ने दिया। गवर्नमेंट ने जल्द से जल्द कर्मचारियों को रवाना करने को कहा। इस चक्कर में जिले से 900 सौ पुलिस कर्मचारियों के ट्रांसफर हो गए। उनको रवाना करने की प्रक्रिया शुरू हो गई। इससे पुलिस महकमे में अफरातफरी मची है।
पुलिसवालों की जगह मेले में लगे एनसीसी कैडेट
पुलिस कर्मचारियों के टोटे का असर दिखने लगा है। गोरखनाथ मेले में पीएसी जवानों के साथ ही भारी संख्या में होमगार्ड लगाए हैं। उनकी मदद के लिए एनसीसी के दौ सो कैडेट्स को लगाया गया। बुढ़वा मंगल को होने वाली भीड़ को देखते हुए पुलिस की परेशानी बढ़ गई है। मेला शुरू होने पर काम चला लिया गया था। लेकिन बुढ़वा मंगल को श्रद्धालुओं की भीड़ जुटती है। इसके लिए दोबारा एनसीसी कैडेट्स की मदद मांगी गई है।