- आईजी, डीआईजी और एसएसपी ने कसे पेंच
- एसपी, सीओ और जिले के थानेदारों की लगी क्लास
GORAKHPUR: पुलिस लाइन सभागार में जिले के थानेदारों की क्लास लगी। आईजी, डीआईजी और एसएसपी ने पेडिंग पड़े मामलों को निपटाने पर जोर दिया। अफसरों ने चेताया कि लूट, हत्या जैसे मामलों के खुलासे में लापरवाही नहीं चलेगी। फरवरी माह के अंत तक पेडिंग मामलों को निपटाने टास्क थानेदारों को सौंपा। लापरवाही मिलने पर संबंधित थानेदार फरवरी माह के अंत में पैदल हो जाएंगे। जिले में लूट की 58 घटनाओं को खोलने के लिए थानेदार जुगाड़ लगाने लगे हैं।
मुकदमा दर्ज करने पर जोर
पुलिस की छवि सुधारने को लेकर अफसर खासे चिंतित दिख रहे हैं। अफसरों का कहना है कि कई जगहों से शिकायत मिल रही। पीडि़त की बात सुनने के बजाय थानेदार लोगों को भगा दे रहे हैं। अफसरों ने थानेदारों को अपना व्यवहार सुधारने और मुकदमा दर्ज करने को कहा। अफसरों ने चेताया कि शिकायत मिलने पर थानेदार हटने के लिए तैयार रहे। विवेचना में धारा हटाने वाले खेल को बंद करने सही विवेचना करने की चेतावनी दी।
ट्रैफिक जाम पर जताई नाराजगी
बैठक की शुरुआत ईमानदारी के पाठ से हुई। अफसरों ने थानेदारों को ईमानदारी से काम करने को कहा। शहर में खराब ट्रैफिक व्यवस्था को लेकर डीआईजी नाराजगी जताई। उन्होंने इसे सुधारने को कहा। वांटेड मुलजिमों की गिरफ्तारी, पेडिंग विवेचनाओं के निस्तारण पर जोर दिया। राजघाट की घटना पर कड़ा रुख अपनाते हुए सेंसेटिव घटनाओं में लापरवाही न करने को कहा। इसके अलावा लूट की घटनाओं के खुलासे, मर्डर और अन्य मामलों को खोलने का निर्देश दिया। हालांकि मीटिंग के बाद से ही थानेदारों ने अनुपालन का जुगाड़ शुरू कर दिया। छह माह से पेडिंग पड़े मामलों को 19 दिन में कैसे निपटाया जाएगा। इसको लेकर मंथन करते रहे।