- गगहा एरिया के बासूडीहा में हुए दो पक्षों में संघर्ष का मामला

-पीडि़त पक्ष से गगहा थाने पर मिलने गए थे सांसद और एमएलसी

-सीओ की बदसलूकी से खफा सांसद बैठे धरने पर

GORAKHPUR गगहा एरिया के बासूडीहा दलित बस्ती में संडे को दो पक्षों में जमकर पथराव और फायरिंग मामले में पुलिस ने आरोपियों को हिरासत में लिया था। मंडे मार्निग भाजपा सांसद कमलेश पासवान और एमएलसी देवेन्द्र प्रताप सिंह गांव में लोगों का हाल जानने पहुंचे। यहां से वे थाने में बंद लोगों से भी मिलने गए। लेकिन थाने पर सीओ सुशील कन्नौजिया ने उन्हें आरोपियों से मुलाकात नहीं करने दी और सांसद से बदसलूकी करते हुए देख लेने की धमकी दे डाली। इससे नाराज सांसद और एमएलसी मेन रोड पर धरने पर बैठ गए और सीओ पर कार्रवाई की मांग करने लगे।

मामूली बात पर हुआ था संघर्ष

बासूडीहा गांव के दलित बस्ती में मामूली बात पर दो पक्षों के बीच संघर्ष, तोड़फोड़ और आगजनी के मामले में पुलिस ने भाटपार निवासी बसपा के पूर्व जिलाध्यक्ष रामनयन आजाद की तहरीर पर फ्ब् नामजद और पचास से अधिक अज्ञात के खिलाफ बलवा, घर में घुसकर तोड़फोड़ व आगजनी का मामला दर्ज किया। इसके अलावा दूसरे पक्ष के रामनयन सिंह की तहरीर पर ख्भ् नामजद व पचास अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। उधर पुलिस ने दस लोगों को हिरासत में लिया था। बासूडीहा निवासी रामनयन सिंह का जयापार गांव की बार्डर पर खेत है। इसमें उन्होंने अरहर की बुआई की थी। फसल कटने के बाद खेत में ही अरहर का बोझ रखा था। बासूडीहा गांव के भाटपार टोला के लोग अपने मवेशियों को चराने के लिए पहुंचे। आरोप था कि गांव के ही सतई की गाय रामनयन की खेत में घुसकर बोझ को गिराने लगी। इसी दौरान रामनयन के पुत्र नीरज अपने दोस्तों के साथ खेत में पहुंच गया और मवेशी चरा रहे लोगों से खेत से बाहर जाने को कहा। यहीं से मामला धीरे-धीरे गरम होने लगा। मामले की जानकारी होने पर बासूडीहा और सिसायल के लोग एकजुट हो गए। आरोप है कि बासूडीहा और सिसायल के लोगों ने जमकार तोड़फोड़ व आगजनी भी की। मंडे को पुलिस ने चार नाबालिग युवकों को छोड़ दिया। उधर पुलिस के एक पक्षीय कार्रवाई पर बिफरे सांसद कमलेश पासवान ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा करते हुए मामले को ऊपर तक ले जाने की बात की।

डीएम व एसएसपी पहुंचे

गगहा थाने में सांसद कमलेश पासवान से बदसलूकी की सूचना पर डीएम रंजन कुमार और एसएसपी प्रदीप कुमार अपना कार्यक्रम छोड़कर गगहा के लिए रवाना हो गए। धरनास्थल पर पहुंचकर उन्होंने मामले की जानकारी ली। सांसद और कार्यकर्ता सीओ पर कार्रवाई की मांग कर रहे थे। साथ ही बेकसूर फंसे लोगों को छोड़ने को भी कहा। डीएम के आश्वासन के बाद मामला शांत हुआ।

बासूडीहा और सिसायल के लोगों का हाल जानने थाने गया था। वहां मौजूद सीओ सुशील कन्नौजिया ने मेरे साथ बदसलूकी की और देख लेने की धमकी दी। पुलिस मामले में केवल एकतरफा कार्रवाई की है जो ठीक नहीं है। इस मामले को ऊपर तक ले जाऊंगा।

कमलेश पासवान, सांसद

पुलिसवाले पूरी तरह गुंडागर्दी पर उतर आए हैं। बासूडीहा गांव के लोगों के साथ-साथ एक सांसद के साथ जिस तरह पुलिस ने बदसलूकी की है, पुलिस की गुंडागर्दी का इससे बड़ा उदाहरण कुछ और नहीं हो सकता है।

देवेन्द्र प्रताप सिंह, एमएलसी

मामले की जानकारी होने पर मौके पर पहुंचा था। मामले को लेकर सांसद कमलेश पासवान से बातचीत हुई। इसके बाद उन्होंने धरना समाप्त कर दिया।

रंजन कुमार, डीएम

मौके पर पहुंचकर रोड जाम खुलवाया गया। मामले की जांच कराई जाएगी, जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

प्रदीप कुमार, एसएसपी