- थाने से भगाया, नहीं की जरूरी कार्रवाई
GORAKHPUR: महिला उत्पीड़न पर प्रमुखता से कार्रवाई से सभी दावे हवा-हवाई हैं। थानों पर फरियाद सुनी नहीं जा रही है। महिलाएं प्रार्थना पत्र लेकर भटक रही हैं। इतना ही नहीं, महिलाओं से कार्रवाई के लिए रुपए मांगे जा रहे हैं। रुपए न देने पर पुलिस उनको थाने से डांटकर भगा दे रही है। सहजनवां क्षेत्र की एक पीडि़ता को पहले से सहजनवां पुलिस ने दौड़ाया। शिकायत लेकर महिला थाना गई तो चार दिन दौड़ाकर उसका मामला टरका दिया गया। उधर पीपीगंज की एक किशोरी ने सभासद पर रेप की कोशिश का आरोप लगाया। उसने पुलिस को जानकारी दी तो पुलिस ने तहरीर बदलने का दबाव बनाया।
केस एक :
रुपए न देने पर थाने से भगाया
तिवारीपुर, सूरजकुंड निवासी रीता की रिश्तेदारी सहजनवां के बाहिलपार गांव में है। अपनी रिश्तेदारी के युवक से उसे प्रेम हो गया। आपस की रजामंदी से दोनों ने शादी कर ली। तीन जून 2013 को विवाह के बंधन में बंधकर वह ससुराल पहुंची। शादी के कुछ दिनों बाद पति उसे दिल्ली लेकर चला गया। एक माह तक वह पति के साथ रही। दिल्ली में वेल्डिंग का काम करने वाले पति ने उसे वापस गांव भेज दिया। वह लौटकर मायके चली गई। लेकिन दोबारा पति ने विदाई कराने से मना कर दिया। आरोप है कि दूसरी शादी करने चक्कर में ससुराली उसे भगा रहे हैं। 21 फरवरी को एसएसपी से मिलकर उसने कार्रवाई की मांग की। एसएसपी ने मामला सहजनवां पुलिस को निर्देश दिया। महिला फरियाद लेकर पहुंची तो थाने से भगा दिया गया। इसके बाद वह दोबारा पुलिस अधिकारियों से मिली। मामला महिला थाना को सौंप दिया गया। चार-पांच दिनों तक उसे टहलाने के बाद पुलिस ने कार्रवाई नहीं की। आरोप है कि उससे रुपए की मांग की गई। चार महिला सिपाहियों ने उस पर रुपए देने का दबाव बनाया। वह पैसा नहीं दे सकी तो उसे थाने से चलता कर दिया गया।
केस दो:
दबाव देकर बदलवा ली तहरीर
पीपीगंज कस्बे की एक किशोरी शनिवार की शाम बाग की ओर गई थी। तभी कस्बे का एक सभासद अपने सहयोगी के साथ पहुंच गया। किशोरी को अकेली देखकर उसकी नीयत खराब हो गई। वह किशोरी को गेहूं के खेत में खींचकर ले गया। किशोरी के साथ ज्यादती करने की कोशिश की। किशोरी के शोर मचाने पर लोग जुटने लगे तो सभासद और उसके सहयोगी भाग गए। किशोरी ने अपने घर मामले की जानकारी दी। घरवालों के उलाहना देने पर सभासद ने अपने सहयोगियों संग मिलकर पूरे परिवार की पिटाई की। किशोरी के परिजनों ने थाने पर सूचना दी। आरोप है कि भूमि विवाद का मामला बताकर पुलिस टरकाने लगी। दबाव देकर पुलिस ने तहरीर बदलवा ली। मारपीट का मामला दर्ज करके कार्रवाई पूरी कर ली। रविवार को किशोरी और उसके परिजन एसएसपी से मिलने पहुंचे। एसएसपी को जानकारी देकर कार्रवाई की मांग की।