- गांव के ही व्यक्ति ने विदेश भेजने के नाम पर लिया 75 हजार रुपये

- पैसा वापस मांगने पर दे रहा जान से मारने की धमकी

-पुलिस आरोपी के खिलाफ नहीं कर रही कार्रवाई

GORAKHPUR: विदेश भेजने के नाम पर ठगी का एक और मामला सामने आया है। विदेश भेजने का सुनहरा सपना दिखाकर शातिर ठग ने गांव के एक शख्स से हजारों लूट लिया। इस दौरान न तो उसने उन्हें बाहर भेजा और न ही उसका पार्सपोर्ट दिया और न वीजा ही दिलवाया। ठगी का शिकार हुए गुलरिहा के रहने वाले रामचंद्र निषाद की मुश्किलें जब कहीं से दूर नहीं हुई, तो बुधवार को वह जिले के कप्तान से न्याय की गुहार लगाने के लिए पहुंचा।

खुलेआम घूम रहा शातिर

एसपी सिटी के पास न्याय की आस लिए पहुंचे रामचंद्र निषाद ने बताया कि उससे ठगी करने वाला खुलेआम घूम रहा है। पुलिस को जानकारी होने के बाद भी वह उसपर कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। हाथ में प्रार्थना पत्र लेकर वह बुधवार को सीधे एसपी सिटी के दफ्तर पहुंचे और बताया कि गांव के आद्या प्रसाद ने विदेश भेजने के नाम पर तीन साल पहले उससे पैसे लिए। उसने भरोसा दिलाया कि वह वीजा दिलाने का वादा करते हुए उसका पार्सपोर्ट ले लिया।

मारने की दे रहा है धमकी

अपनी बात का यकीन दिलाने के लिए आद्या ने रामचंद्र को मुम्बई भी भेजा। रामचंद्र ने बताया कि मुंबई में दो माह रहने के बाद उसे खाली हाथ घर लौटना पड़ा। इस दौरान उसे न तो वीजा मिला और न ही पोसपोर्ट। गांव आने के बाद जब रामचंद्र ने पैसे की डिमांड की तो आद्या उसे जान से मारने की धमकी देने लगा। इससे डरे-सहमे रामचंद्र ने एसपी सिटी से न्याय दिलाने की गुहार लगाई है।

खेत रखना पड़ा गिरवी

गुलरिहा के महराजगंज निवासी रामचंद्र निषाद पुत्र बाबू लाल तीन साल पहले गांव के ही आद्या प्रसाद ने विदेश भेजने की बात की थी। उनके 75 हजार रुपये और पासपोर्ट ले लिया। किसी तरह से उसने खेत गिरवी रखकर पैसे का इंतजाम किया। इतना ही नहीं उसने दस रुपए के स्टांप पेपर पर हस्ताक्षर भी करा लिया। पैसा लेने के बाद उसने उसे मुंबई बुला लिया।

पैसा खत्म होने के बाद लौटा

रामचंद्र की मानें तो वीजा दिलाने के नाम पर आद्या ने पैसे ऐंठ लिए। इसके बाद आद्या ने उसे मुंबई बुला लिया। वह वहां पहुंचा और करीब दो माह वहां रहने के बाद रामचंद्र के पैसे खत्म होने लगे। तब तक आद्या ने न तो उसका पासपोर्ट लौटाया और न ही वीजा दिलवाया। पैसे खत्म होने के बाद रामचंद्र वापस घर लौट आया। यहां से वह सीधे आद्या के पास पहुंचा और उससे पैसे की मांग की, तो आद्या हीलाहवाली करने लगा। जब रामचंद्र ने गुलरिहा थाने में इसकी शिकायत की, तो पुलिस ने मुकदमा दर्ज नहीं किया। पैसा मांगने पर आरोपी ने गाली-गलौज के साथ ही जान से मारने की धमकी भी दी। साथ ही फर्जी मुकदमें में फसाने की बात भी कही।

पेपर ही वापस करा दो साहब

रामचंद्र निषाद के चेहरे पर कार्रवाई ना होने की मायूसी साफ झलक रही थी। वह सुबह से ही एसपी सिटी दफ्तर के बाहर बैठकर साहब के इंतजार में खड़ा था। उसका कहना था कि थाने पर यदि न्याय मिल जाता तो अफसर के दफ्तर पर फरियाद लेकर नहीं आता। थाने पर पहुंचने के बाद कोई भी मेरी नहीं सुन रहा है। वह सिर्फ आरोपी को बचाने में लगे हैं। उसने कहा कि अगर पुलिस आरोपी का कुछ बिगाड़ नहीं पा रही है, तो कम से कम उसका पेपर और पासपोर्ट ही वापस दिलवा दे। उसने एसपी सिटी को शिकायती प्रार्थना पत्र देकर मामले की जानकारी दी।

फर्जीवाड़े की जांच गुलरिहा पुलिस को सौंप दी गई है। जांच रिपोर्ट ओने के बाद आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा।

हेमंत कुटियाल, एसपी सिटी