- गोला एरिया का विशाल मर्डर कांड
- चार हत्याओं से पूरे जिले में फैली है सनसनी
GORAKHPUR : गोला एरिया में विशाल मर्डर के आरोपी परिचित पुलिसवालों के संपर्क में हैं। विशाल को निपटाने के बाद बदमाशों ने सरेंडर की तैयारी शुरू कर दी है। इसके लिए शातिर सही मौके की तलाश में लगे हैं। उधर मंडे नाइट बदमाशों की तलाश में पुलिस ने कई जगहों पर दबिश दी। पुलिस अफसरों ने दावा किया कि जल्द ही बदमाशों को अरेस्ट कर लिया जाएगा। अभियुक्तों पर इनाम घोषित करने की तैयारी शुरू हो गई है।
बदला लेने के लिए किया विशाल का मर्डर
संडे मार्निग गोला एरिया के सकरदेइया में अज्ञात युवक की डेड बॉडी मिली। मंडे को उसकी पहचान सतुआभार निवासी प्रेम के भतीजे विशाल के रूप में हुई। चारपान में हुए डबल मर्डर में विशाल मुख्य आरोपी था। ख्7 अप्रैल की दोपहर तीन बजे विशाल के चाचा प्रेम का मर्डर हो गया। रुपए के लेनदेन में चारपान निवासी रिंकू उर्फ आशुतोष ने साथियों की मदद से वारदात की। इसके सात घंटे के बाद रिंकू के भाई और मां की गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस मामले में विशाल सहित चार लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ। दोनों मामलों में पुलिस अभियुक्तों की तलाश में लगी रही। इस बीच सैटर्डे नाइट बदमाशों ने विशाल को खत्म कर दिया। उसकी डेड बॉडी लावारिस हाल पाई गई। इस मामले में दोबारा रिंकू और उसके साथियों को आरोपी बनाया गया।
सरेंडर करने की सलाह ले रहे अभियुक्त
रिंकू और उसके साथियों का जुड़ाव सिटी के नामचीन बदमाशों से हैं। नए बदमाशों के बीच पनाह लेने वाले रिंकू ने विशाल को पहले निशाने पर लिया था। सूत्रों का कहना है कि रिंकू और उसके आधा दर्जन साथी विशाल को तलाश रहे थे। इस बीच उन लोगों ने विशाल के एक भरोसेमंद से जानकारी जुटाई। मौका मिलते ही उसको निपटा दिया। विशाल के मर्डर के बाद आरोपी कुछ पुलिसवालों के संपर्क में हैं। वह पुलिसवालों से हर मूवमेंट की जानकारी ले रहे हैं। कभी स्पेशल आपरेशन से जुड़े रहे इन पुलिसवालों ने रिंकू और उसके साथियों ने गाहे-बगाहे मदद की है। उनकी मुखबिरी से पुलिस को कई बार कामयाबी मिली है। शायद, यही वजह रही कि लाल बहादुर मर्डर में वांटेड बदमाशों को पुलिस लगभग भूल चुकी थी। उधर यह भी कहा जा रहा है कि विशाल के कुछ करीबी भी बदमाशों के निशाने पर हैं। इसलिए पुलिस सब पर नजर रख रही है।
पुलिस की अलग-अलग टीम काम कर रही है। बदमाशों के संभावित ठिकानों पर तलाश की जा रही है। अभी इस मामले में कोई कामयाबी नहीं मिल सकी है।
ब्रजेश सिंह, एसपी ग्रामीण