- गोरखपुर महोत्सव, मेला ड्यूटी में लगी फोर्स
- बॉलीवुड नाइट्स के लिए कड़े होंगे सुरक्षा इंतजाम
GORAKHPUR: वीआईपी व्यवस्था के फिक्रमंद अफसर गोरखपुराइट्स की सुरक्षा भूल गए। गोरखपुर महोत्सव और गोरखनाथ मेले में फोर्स लगने से थाने खाली पड़ गए हैं। शहर के थानों पर हॉक दस्ता खड़ा होने की कगार पर है। गोरखपुर महोत्सव के अंतिम दिन सोमवार को सुरक्षा व्यवस्था में ढाई सौ अतिरिक्त पुलिस कर्मी तैनात होंगे। अफसरों का कहना है कि जरूरत भर की फोर्स थानों पर मौजूद है। शिफ्ट में पुलिस कर्मचारियों से ड्यूटी ली जा रही है। इस दौरान जहां सादे ड्रेस में महिला और पुरुष सुरक्षा कर्मी तैनात रहेंगे, वहीं अस्थाई पुलिस चौकी में एक दरोगा और दो कांस्टेबल की तैनाती की गई है। महोत्सव की निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरे और ड्रोन कैमरे का इंतजाम भी किए गए हैं।
आयोजन में बंटी फोर्स
जिले में पुलिस फोर्स की पहले से भारी कमी है। थानों पर मानक के अनुसार पुलिस कर्मचारियों की तैनाती नहीं हो सकी है। जिले में कम से कम 33 सौ पुलिस कर्मचारियों की जरूरत है। इसकी अपेक्ष महज 13 सौ पुलिस कर्मचारी तैनात हैं। इनमें ज्यादातर पुलिसवाले गोरखनाथ के खिचड़ी मेला और इलाहाबाद के माघ मेला में चले गए हैं। मेले के दौरान ही गोरखपुर महोत्सव का आगाज होने से बची-कुची फोर्स वहां भेज दी गई। डीडीयू गोरखपुर विश्वविद्यालय में चल रहे महोत्सव में पुलिस कर्मचारियों की ड्यूटी से थानों पर संकट गहरा गया।
अभी दो दिन रहेंगे व्यस्त
विभिन्न कार्यक्रमों में पुलिस की ड्यूटी से थानों पर फोर्स कम पड़ गई है। शनिवार को कई थानों पर हॉक दस्ता नहीं चल सके और उनकी बाइक थानों में खड़ी रही। गोरखपुर महोत्सव में वीआईपी की सुरक्षा को लेकर अफसर खासे चितिंत है। डीडीयू कैंपस से बाहर निकलने के बाद आमजन की सुरक्षा भगवान भरोसे है। सोमवार की रात बॉलीवुड नाइट्स के साथ कार्यक्रम का समापन होगा। बॉलीवुड नाइट्स के लिए अलग से ढाई सौ पुलिस कर्मचारियों की ड्यूटी लगेगी। कार्यक्रम खत्म होने के बाद ही पुलिस कर्मचारी अपने-अपने थानों पर लौट सकेंगे। इसलिए अभी दो दिनों तक सुरक्षा का संकट बढ़ा रहेगा।
क्या है सिक्योरिटी व्यवस्था
एएसपी - तीन
सीओ - सात
एसओ - 12
पीएसी - तीन कंपनी
पुलिस कर्मचारी - आठ सौ
गुंडा दमन दल