- मुंडेरा बाजार में दो व बाल बुजुर्ग में एक व्यक्ति की हुई मौत

- फैला दी कच्ची से मौत की अफवाह, परिजनों ने किया इनकार

- डीजीपी ऑफिस तक पहुंची बात, दिनभर दौड़ती रही पुलिस, पोस्टमार्टम में बीमारी की वजह आई सामने

GORAKHPUR:

चौरीचौरा थाना क्षेत्र में गुरुवार को एक-एक कर तीन लोगों की मौत को पब्लिक ने कच्ची से हुई मौत करार दे दिया। फिर क्या था, अफवाह ऐसी उड़ी कि डीजीपी ऑफिस तक पहुंच गई। उसके बाद तो पुलिस को जैसे पर लग गए। कई थानों की फोर्स चौरी चौरा पहुंच गई। वहां पहुंचने पर परिजनों ने बीमारी से मौत की बात बताई और पोस्टमार्टम से इनकार कर दिया। इसे लेकर भी बखेड़ा हो गया। किसी तरह शव दिया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में क्रॉनिकल डिजीज से मौत की पुष्टि होने पर पुलिस ने राहत की सांस ली। इस दौरान पूरे दिन पुलिस हांफती रही।

अबूझ हाल में गई जान

चौरी चौरा थाना क्षेत्र के मुंडेरा बाजार के वार्ड नंबर 5 निवासी रामचंद्र मद्धेशिया (60) की गुरुवार को सुबह मौत हो गई। कुछ ही देर बाद पता चला कि वहीं के मुराली (65) वार्ड नंबर 7 स्थित महाराजा अग्रसेन स्कूल के पास बैठे थे और उनकी मौत हो गई। कस्बे में एक साथ दो लोगों की मौत की सूचना जंगल में आग की तरह फैल गई। किसी ने कच्ची से मौत की आशंका जताई। फिर क्या था, मौत की सूचना के साथ कच्ची की वजह भी सभी तक पहुंच गई। कुछ ही देर बाद चौरी चौरा क्षेत्र के ही बाल बुजुर्ग निवासी साधु मुकुंदी यादव (70) की मौत हो गई। लोगों ने इस मौत को भी उसी में जोड़ लिया और अफवाह फैली कि कच्ची से इलाके में तीन लोगों की मौत हो गई। मुकुंदी मंदिर में पुजारी थे।

पहुंची पुलिस, परिजनों का इनकार

कच्ची से मौत की सूचना मिलते ही चौरी चौरा पुलिस हरकत में आ गई। एक-एक कर सभी के घर गई और सबके परिजनों ने कच्ची से मौत को अफवाह बताया। परिजनों का कहना था कि मौत कुछ बीमारी से और कुछ स्वाभाविक है। सभी की उम्र अधिक थी। परिजनों ने पोस्टमार्टम से इनकार करते हुए रामचन्द्र मद्धेशिया और मुकुंदी यादव के शव का परिजनों ने दाह संस्कार कर दिया। वहीं मुराली की डेड बॉडी देर तक पड़ी रही।

डीजीपी ऑफिस ने लिया संज्ञान

जहरीली शराब से तीन की मौत की सूचना डीजीपी ऑफिस तक पहुंच गई। मामले में लखनऊ से निर्देश जारी हुए तो बड़े अफसर भी दौड़ पड़े। एसडीएम चौरी चौरा मोतीलाल सिंह और सीओ राजेश कुमार मौके पर पहुंचे। कुछ लोगों ने कस्बे में कच्ची बिकने की कंप्लेन तो की लेकिन मौत को बीमारी से ही होना बताया। लोगों ने बताया कि मुराली टहलने के लिए निकले थे। वार्ड में स्कूल के सामने बैठे थे। पीने के लिए पानी मांगा था। पानी पीने के कुछ देर बाद उसकी जान निकल गई। अधिकारियों के काफी रिक्वेस्ट के बाद उनका शव पोस्टमार्टम के लिए मिला। पुलिस ने पोस्टमार्टम कराया। रिपोर्ट लोगों की बात से मिलती-जुलती रही। इसके बाद पुलिस ने राहत की सांस ली।

कच्ची से मौत की अफवाह फैलाई गई थी। जांच-पड़ताल में ऐसा कुछ नहीं मिला। देर शाम हुए पोस्टमार्टम में सामने आया कि बुजुर्ग की मौत की बीमारी से हुई थी।

- राजेश कुमार भारती, सीओ चौरीचौरा