- कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए एडीजी ने दिए डिजिटली फरियाद सुनने के निर्देश

- हर जिले में सुनिश्चित करें इंतजाम

- सीयूजी नंबर पर काल करें अटेंड, वॉट्सएप पर मंगाए अप्लीकेशन

GORAKHPUR: जिले में बढ़ते कोरोना संक्रमण ने पुलिस अधिकारियों के सामने नई चुनौती खड़ी कर दी है। वायरस के प्रकोप से बचाव के लिए पब्लिक की फरियाद सुनकर उनकी समस्याओं को डिजिटली सुनने का इंतजाम किया जा रहा है। पुलिस अधिकारियों के दफ्तर का चक्कर लगाने से निजात दिलाने के लिए डिजिटल मोड से फरियाद सुनाए जाने की कवायद हुई है। गोरखपुर सहित जोन के सभी जिलों के पुलिस अधिकारियों को एडीजी ने इसका इंतजाम सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। एडीजी ने कहा है कि सीयूजी नंबर पर आने वाली कॉल अडेंट करके संबंधित अधिकारी समस्याओं के समाधान पर जोर दें। एडीजी ने कहा कि इससे सभी को सुरक्षित रखने में मदद मिलेगी। संकट टलने पर व्यवस्था पूर्वत की जाएगी।

बेहद जरूरी हो तब करें अफसरों से मुलाकात

जिले में एसएसपी से लेकर एडीजी दफ्तर तक फरियादियों का तांता लगा रहता है। थानों पर बात न सुने जाने सहित कई तरह की समस्याएं लेकर लोग पुलिस अधिकारियों के पास पहुंच रहे हैं। आमदिनों की अपेक्षा फरियादियों की तादाद में कमी आई है। लेकिन हर जगह पीडि़त पहु़ंच रहे हैं। अहतियात बरतते हुए पुलिस अधिकारी लोगों से मुलाकात कर रहे हैं। ऐसे में उनकी तरफ से यह भी कहा जा रहा है कि बेहद जरूरी हो तभी मिलने आएं। क्योंकि घर से निकलने पर लगातार संक्रमित होने का खतरा बना हुआ है।

सीयूजी पर काल, वॉट्सएप पर अप्लीकेशन

एडीजी ने कहा है कि हाल फिलहाल किसी भी पुलिस अधिकारी के दफ्तर में जाने की जरूरत नहीं है। बेहद आवश्यक काम होने पर ही घर से निकलें। फरियादी जब घर से निकलते हैं तो पब्लिक ट्रांसपोर्ट से उनको आवागमन करना पड़ता है। ऐसे में सभी जगहों पर संक्रमण का खतरा बना रहता है। इसलिए फरियादी सीयूजी पर काल करके भी अपनी फरियाद सुना सकते हैं।

इन सुविधाओं का करें इस्तेमाल

- कोई भी शिकायत हो तो थानेदार से लेकर अफसरों तक के सीयूजी पर काल करें।

- अपनी बात को पूरी अच्छी तरह से बताएं। फिर रिस्पांस आने का इंतजार करें।

- अप्लीकेशन को सीयूजी पर वॉट्सएप करें। शिकायत के निस्तारण का इंतजार करें।

- बेहद आवश्यक होने पर ही अधिकारियों से मिलने की कोशिश करें।

क्या इंतजाम करने के निर्देश

- सभी अधिकारियों के सीयूजी और लैंड लाइन नंबर एक्टिव रहेंगे।

- ऑफिस टाइम पर पुलिस अधिकारी फोन पर आने वाली फरियाद सुनेंगे।

- वॉट्सएप पर आने वाले अप्लीकेशन को संबंधित के पास फारवर्ड कर देंगे।

- जांच के बाद पीडि़त के मामले में दोबारा कार्रवाई से अवगत कराया जाएगा।

सभी अधिकारियों के सीयूजी और टेलीफोन नंबर को यूज कीजिए। सीयूजी पर अपनी शिकायतें बताइए। आफिस के लैंड लाइन को भी एक्टिव किया जाएगा। इसके बारे में निर्देश दिए गए हैं। ऐसे में पब्लिक को राहत मिलेगी। बेहद आवश्यक काम होने पर ही घर से निकलें।

अखिल कुमार, एडीजी जोन