गोरखपुर (ब्यूरो)। दरोगा रविंद्र शुक्ला यहां सम्मन सेल में तैनात है। शाहपुर थाना प्रभारी शशिभूषण राय की तहरीर पर आरोपियों पर केस दर्ज किया गया है। आरोपियों के पास से तलाशी में पुलिस को कुल 37 किलो 80 ग्राम चरस मिला है।

लखनऊ का रहने वाला है दरोगा

लखनऊ के आलमबाग थाना क्षेत्र के ओमनगर निवासी आरोपित दरोगा रविंद्र शुक्ला की करतूत से पुलिस भी हैरान है। वहीं उसके साथी की पहचान तिवारीपुर इलाके के सूरजकुंड निवासी कुलवीर सिंह के रूप में हुई। जानकारी के मुताबिक, महराजगंज पुलिस को चरस तस्करी की सूचना मिली थी। कोल्हुई थाने की पुलिस आरोपियों की तलाश में गोरखपुर आई और फिर शाहपुर पुलिस को तस्करी के बारे में जानकारी दी। दोनों थाने की पुलिस जांच में जुट गई।

धर्मशाला रेलवे ब्रिज के पास की घेराबंदी

मुखबिर की सूचना पर पुलिस धर्मशाला रेलवे ब्रिज अंडरपास के पास छिपकर तलाश में लगी थी। इसी बीच दो पहिया वाहन से दो लोग आते हुए दिखाई दिए। पुलिस ने रोका तो पहले मोड़कर भागने की कोशिश की, लेकिन घेराबंदी में पकड़े गए। घटना की सूचना सीओ गोरखनाथ को दी गई और उनकी मौजूदगी में ही तलाशी ली गई। एक आरोपी रविंद्र शुक्ला ने बताया कि वह दरोगा है। लेकिन उसके पास कोई कागजात नहीं मिले। दोनों ने बताया कि वह नेपाल से चरस लाकर रात में शहर में कई जगहों पर पहुंचाया करते थे। एसएसपी के आदेश पर पुलिस ने केस दर्ज कर दोनों आरोपियों को जेल भिजवा दिया।

खाकी पर पहले भी लगा है दाग

केस-1

थाने से बाइक चोरी करवाता था दीवान

11 अक्टूबर 2022 को नीलामी की आड़ में बड़हलगंज थाने के दीवान ने कबाड़ी को 22 लावारिस बाइक बेच दीं। संदेह होने पर थानेदार ने छानबीन शुरू की तो दीवान और व्यवसायी रंगेहाथ पकड़ लिए गए। व्यवसायी के गोदाम से पुलिस को 38 बाइक मिलीं, जिसमें 22 थाने से चुराई गई थीं।

केस-2

सिपाही ने मारी दो लोगों को गोली

खजनी इलाके के मऊधरमंगल गांव में 24 जुलाई 2022 को लखनऊ में तैनात सिपाही प्रमोद यादव ने अपने भाई एसएसबी जवान भागवान दास यादव के साथ मिलकर बवाल किया। प्रमोद यादव ने पिस्टल से दो लोगों को गोली मार दी। पुलिस हत्या की कोशिश व अन्य गंभीर धाराओं में केस दर्ज किया।

केस- 3

मनीष गुप्ता हत्याकांड में फंसी पुलिस

27 सितंबर 2021 को रामगढ़ताल इलाके के होटल कृष्णा पैलेस में कानपुर के व्यापारी मनीष गुप्ता की हत्या हुई थी। इस मामले में तत्कालीन इंस्पेक्टर जेएन सिंह, दरोगा अक्षय मिश्रा, राहुल दुबे, विजय यादव, सिपाही कमलेश यादव, प्रशांत सिंह हत्या के आरोपी बनाए गए थे। वर्तमान में सभी जेल में बंद हैं।

केस-4

दरोगा और सिपाही करते थे लूट

21 जनवरी 2021 को स्वर्ण व्यापारी का अपहरण कर नौसड़ के पास 30 लाख रुपये की लूट हुई। पुलिस ने पर्दाफाश कर बस्ती में तैनात दरोगा धर्मेंद्र यादव, सिपाही महेंद्र यादव और संतोष यादव को गिरफ्तार कर लूटे गए जेवर व नकदी को बरामद किया था। जांच में यह भी पता चला कि पुलिसकर्मियों ने इससे पहले 80 लाख के जेवर भी लूटे थे। सभी जेल भेजे गए थे।

केस-5

दरोगा ने वेटर से की जबरदस्ती

मार्च 2021 में गोरखपुर में वीआईपी ड्यूटी में आए महराजगंज क्राइम ब्रांच में तैनात इंस्पेक्टर विनोद यादव ने होटल में वेटर के साथ अप्राकृतिक कृत्य की कोशिश की। लड़की की डिमांड न पूरी होने पर वेटर को कमरे में बंद कर उसके साथ गलत हरकत कर दी। मैनेजर की सूचना पर देर रात होटल में पहुंची गोरखपुर की कोतवाली पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के दौरान उसने पुलिस के साथ भी खूब हंगामा किया।