- 1 बोलेरो, 14 मोबाइल, बैग और 21 हजार कैश के साथ जीआरपी ने दबोचा
- साल के पहले दिन मिली कामयाबी, बड़े गैंग का हो सकता है राजफाश
GORAKHPUR : रेलवे पैसेंजर्स को खिला-पिला कर लूटने वालों पर लगातार पुलिस का शिकंजा कसता जा रहा है। इस सीरीज में साल ख्0क्भ् के पहले ही दिन जीआरपी को बड़ी कामयाबी हाथ लगी। पैसेंजर्स को नशीली चीज खिलाकर उनके सामानों पर हाथ साफ करने वाला एक शातिर रेलवे स्टेशन से दबोच लिया गया। उसके पास से क् बोलेरो गाड़ी, फ् ट्रॉली बैग, ब् अटैची, भ् पिट्ठू बैग, क्ब् मोबाइल के साथ ख्क् हजार रुपए कैश और नशीला पाउडर बरामद हुआ है। उसके पास से बरामद सामान की कीमत लगभग भ् लाख भ्0 हजार रुपए आंकी गई है।
सर्कुलेटिंग एरिया से धरा गया शातिर
सीओ जीआरपी बलिया नम्रता श्रीवास्तव और सीओ रेलवे गोरखपुर विजय शंकर सिंह के निर्देशन में अभियान चलाया गया। इस दौरान जीआरपी ने प्रभारी निरीक्षक गिरजा शंकर त्रिपाठी की अगुवाई में एसआई कन्हई प्रसाद, राघवेंद्र मिश्रा, कांस्टेबल अनिल कुमार, संजय यादव, जयहरि मिश्रा, तौसीफ खां, चौथी राम, अभय पांडेय के साथ रेलवे स्टेशन पर चेकिंग की। इस बीच करीब दोपहर फ्.फ्0 पर स्टेशन के सर्कुलेटिंग एरिया से तरवारा, सीवान के रहने वाले संतोष कलावर उर्फ ड्राइवर को गिरफ्तार किया गया। उसके पास से एक बोलेरो सहित बड़ी तादाद में माल बरामद किया गया।
स्लीपर और जनरल के पैसेंजर्स को बनाता है निशाना
पकड़े गए अभियुक्त को पकड़कर जीआरपी ने पूछताछ की। इस दौरान उसने बताया कि वह दिल्ली, गाजियाबाद, लखनऊ, गोंडा, बस्ती, गोरखपुर, देवरिया और बिहार से रात को आने वाली ट्रेंस को टारगेट करता है। इसमें उनका टारगेट खासतौर पर स्लीपर और जनरल बोगियों के पैसेंजर्स होते हैं। पहले वह पैसेंजर्स से घुलमिल कर जाते और नेक्स्ट स्टेशन पर उनका सामान लेकर उतर जाते। जीआरपी प्रभारी ने बताया कि संतोष ने सामान को बिहार में बेचने की बात कबूल की है। उसने ख् दर्जन से भी ज्यादा घटनाओं में संलिप्त होने की बात भी कबूली है।
साथियों की तलाश में जीआरपी
सीओ नम्रता श्रीवास्तव ने बताया पूछताछ के आधार पर संतोष के साथियों की तलाश शुरू कर दी गई है। वहीं दूसरे स्टेशंस से भी अभियुक्त के बारे में डाटा कलेक्ट किया जा रहा है। अभियुक्त की गिरफ्तारी और बरामदगी के आधार पर जीआरपी गोरखपुर पर आईपीसी की धारा फ्ख्8, फ्79, फ्07 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्त सीवान, छपरा में भी जहखुरानी के मामले में जेल में निरुद्ध रह चुका है।