- प्रदेश की 20 जेलों में लगेगा सिस्टम
- बजट जारी, मार्च में पूरा हो जाएगा काम
GORAKHPUR: शरीर में कोई चीज छुपाकर जेल के भीतर ले जाना
आसान नहीं होगा। गेट पर लगी मशीन उसे पकड़ लेगी। मशीन के इशारे पर बंदी रक्षक संदिग्ध व्यक्ति को हिरासत में ले लेंगे। शरीर के भीतर चीजों को छुपाकर ले जाने की घटनाओं पर प्रदेश सरकार गंभीर हुई है। जेलों में गवर्नमेंट ने पोल मेटल डिटेक्टर लगाने का निर्देश दिया है। गोरखपुर सहित प्रदेश की 20 जेलों में पीएमडी लगेंगे। मंडलीय कारागार में इसे लगाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है।
सामान छिपाने की थी शिकायत
प्रदेश की जेलों बंदी आपत्तिजनक चीजों का इस्तेमाल करते हैं। जेलों में अचानक पड़ने वाले छापों में आपत्तिजनक चीजें मिलती है। बैरक में मोबाइल का इस्तेमाल आम हो चला है। मंगलवार को जेल में छापे के दौरान आपत्तिजनक चीजें मिली थीं। डीएम और एसएसपी ने छह मोबाइल, चाकू, कैंची सहित कई सामान बरामद किया। हाल ही में एक महिला मुलाकाती गेट पर पकड़ी गई। वह सेनेटरी नैपकिन में मोबाइल ले जाने की चालाकी कर रही थी। गेट पर तलाशी के बावजूद आपत्तिजनक चीजों के भीतर जाने पर पीएमडी लगाने की योजना बनी।
2.65 करोड़ में लगेगा प्रोजेक्ट
गोरखपुर सहित प्रदेश के 20 जेलों में पीएमडी लगेगा। प्रदेश सरकार ने इसके लिए दो करोड़ 65 लाख रुपए का बजट जारी किया गया है। हर जेल में पोल मीटर डिटेक्टर लगाने में 24 लाख का खर्च अनुमानित है। गोरखपुर जेल प्रशासन से जुड़े लोगों का कहना है कि प्रक्रिया शुरू हो गई है। मार्च तक मशीन लगा दी जाएगी। इससे गेट पर शरीर के भीतर संदिग्ध वस्तुएं छिपाने वालों को पकड़ा जा सकेगा।
इन जेलों में लगेगी पीएमडी
गोरखपुर, आगरा, बरेली, वाराणसी, फतेहगढ़, बुलंदशहर, मुरादाबाद, आगरा, इटावा, आजमगढ़, मथुरा, फैजाबाद, बाराबंकी, सुल्तानपुर, कानपुर देहात, मैनपुरी, प्रतापगढ़, सीतापुर सहित 20 जेल
जेल गेट पर पोल मीटर डिटेक्टर लगाने का निर्देश मिला है। इसके लिए प्रदेश सरकार ने बजट जारी कर दिया है। मार्च तक काम पूरा कर लिया जाएगा।
एसके शर्मा, वरिष्ठ जेल अधीक्षक