- गोरखधाम, वैशाली, कृषक समेत सभी गाडि़यां प्लेटफॉर्म नंबर 2 से दौड़ी
- मार्निग में कुछ कंफ्यूजन की वजह से पैसेंजर्स हुए परेशान
द्दह्रक्त्रन्य॥क्कक्त्र : 60 दिनों के लंबे इंतजार के बाद आखिरकार प्लेटफॉर्म नंबर 2 से ट्रेन दौड़ने का सिलसिला शुरू हो गया। ट्यूज्डे को गोरखपुर-मुंबई सीएसटी को हरी झंडी मिलने के साथ ही इस प्लेटफॉर्म का इनॉगरेशन भी हो गया। वेंस्डे मार्निग से ही प्लेटफॉर्म नंबर 2 से ट्रेंस दौड़ाई गई। हालांकि मार्निग में प्रॉपर इंफॉर्मेशन न होने की वजह से पैसेंजर्स को थोड़ी प्रॉब्लम जरूर हुई, लेकिन बाद की ट्रेंस में रेलवे ने प्रिकॉशन लेते हुए पहले से ही अनाउंसमेंट कराना शुरू कर दिया।
सभी ट्रेंस प्लेटफॉर्म नंबर 2 पर लौटीं
10 दिसंबर से पहले प्लेटफॉर्म नंबर 2 से दौड़ने वाली सभी ट्रेंस वापस 2 नंबर पर पहुंच गई। इसमें मार्निग में जहां 12554 वैशाली सूपरफास्ट एक्सप्रेस प्लेटफॉर्म नंबर 2 से होकर रवाना हुई। वहीं गोरखपुर से ओरिजिनेट होने वाली 12555 गोरखधाम एक्सप्रेस के साथ 11016 कुशीनगर एक्सप्रेस, 15008 लखनऊ-मंडुआडीह कृषक एक्सप्रेस, 15006 देहरादून-गोरखपुर एक्सप्रेस, 15022 गोरखपुर-शालीमार एक्सप्रेस प्लेटफॉर्म नंबर 2 चलाई गई। प्लेटफॉर्म नंबर 2 स्टार्ट हो जाने से आउटर पर रुकने वाली कई ट्रेंस टाइमली इन कर जा रही हैं, जिससे पैसेंजर्स को काफी राहत मिल गई है।
परेशान हुए कुछ पैसेंजर्स
प्लेटफॉर्म चेंज हो जाने की प्रॉपर इंफॉर्मेशन न होने की वजह से पैसेंजर्स परेशान हो गए। सीवान जाने वाले उत्तम ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से 12554 वैशाली सूपरफार्स्ट एक्सप्रेस प्लेटफॉर्म नंबर 1 से चलाई जा रही थी, इसलिए वह वहीं खड़े थे। जब वैशाली का टाइम हुआ तो इस दौरान प्लेटफॉर्म नंबर 1 पर पैसेंजर ट्रेन खड़ी कर दी गई। इस बीच वैशाली प्लेटफॉर्म नंबर 2 पर आने का अनाउंसमेंट होने लगा। इसकी वजह से वैशाली से जाने वाले पैसेंजर्स प्लेटफॉर्म नंबर 2 की ओर भागना शुरू हो गए। थोड़ी देर तक वहां अफरा-तफरी का माहौल रहा।