- आई नेक्स्ट की मुहिम से जुड़कर हरियाली से की दोस्ती
GORAKHPUR : पेड़ हमारे मित्र होते हैं। वे निस्वार्थ भाव से हमें फल, छाया और शेल्टर देते हैं। इसलिए सभी को पेड़ों के साथ दोस्ती करने की जरूरत है। कुछ इसी उद्देश्य के साथ आई?नेक्स्ट ने पेड़ों की पॉपुलेशन बढ़ाओ अभियान चलाया। जिससे जुड़कर गोरखपुराइट्स हरियाली कीे ओर अपने कदम बढ़ा रहे हैं। आई नेक्स्ट की इसी मुहिम में अपने आपको जोड़ते हुए वेंस्डे को वार्ड नं 53 विकास नगर के पार्षद जर्नादन चौधरी ने अपने वार्ड में स्कूल ग्राउंड की खाली जगहों पर सैकड़ों की संख्या में पौधे लगाए। उन्होंने कई पेड़ अपने घर में भी प्लांटेशन किया। उन्होंने कहा कि अपना शहर अगर हरा-भरा रहेगा, तभी सुंदर दिखेगा। इसलिए अब गोरखपुराइट्स को पेड़ों के साथ दोस्ती करने की जरूरत है।
इस धरती पर मनुष्य के सबसे अच्छे दोस्त पेड़ होते हैं। आधुनिकता की दौड़ में पेड़ों की कटाई लगातार होने के कारण धरती पर कई प्रॉब्लम्स खड़ी होने लगी है। ऐसे में आई नेक्स्ट की ओर से पेड़ों की जनसंख्या बढ़ाने के लिए चलाए जा रहे अभियान की जितनी तारीफ की जाए, उतनी कम है। आई नेक्स्ट की इस मुहिम में अपने को जोड़कर आज यह संकल्प लेता हूं कि अपने वार्ड में प्रत्येक माह कम से कम 10 से 15 पेड़ लगवाएंगे।
जर्नादन चौधरी, पार्षद वार्ड नं 53 विकास नगर
आप भी इनसे सीखिए
पेड़-पौधे मेरी जिंदगानी हैं। मैं इन्हें इनके लिए इतनी चाह-मान रखता हूं, जितना कि शायद मैंने अपने फैमिली मेंबर्स के लिए नहीं रखा। मुझे बचपन से ही पेड़ पौधों के बीच रहना पसंद है। वहीं लहलहाते हुए खेत और पेड़ों की छांव से मुझे इतना लगाव है कि मैंने इनको न सिर्फ अपने घर में बल्कि स्कूल और फॉर्म हाउस में भी खासी जगह दे रखी है। स्कूल के गार्डन में जहां लोगों को पेड़ों की वेरायटी मिल जाएगी, वहीं खास किस्म की गोभी भी लगा रखा है। वहीं फॉर्म हाउस को तो मैंने पूरा हराभरा ही कर रखा है, वहां जाने पर ऐसा सुकून मिलता है, जैसा मुझे कहीं बाहर जाने पर भी नहीं मिलता। मेरे फॉर्म हाउस में देश में पाए जाने वाले सभी तरह के फल-फूल के पेड़ मौजूद हैं। इसमें शायद ही कोई ऐसा पेड़ या पौधा हो, जो न हो। आगे भी मैं यही कोशिश करता हूं कि अगर मुझे पेड़ या फूलों की नई वेरायटी मिलती है, तो मैं उन्हें लाकर अपने गार्डन में जगह देता हूं।
- जी चंद्रा, एमडी, सेंट पॉल्स स्कूल