- सेमेस्टर एग्जाम के साथ-साथ हर सेमेस्टर के बैक पेपर, अंकसुधार के एग्जाम कराने की शुरू हुई कवायद
- यूनिवर्सिटी एकेडमिक काउंसिल की बैठक में मिली हरी झंडी
GORAKHPUR: सेमेस्टर एग्जाम, बैक पेपर व अंक सुधार के एग्जामिनेशन को पटरी पर लाने के लिए डीडीयूजीयू एडमिनिस्ट्रेशन ने कमर कस ली है। इसके लिए अब प्रत्येक पीजी सेमेस्टर एग्जाम के साथ सभी सेमेस्टर्स के बैक पेपर व अंक सुधार के एग्जाम कराएं जाएंगे। वेंस्डे को हुई यूनिवर्सिटी के एकेडमिक काउंसिल की बैठक में इसे हरी झंडी भी दे दी गई। प्रस्तावित व्यवस्था पीजी सेमेस्टर क्लासेज के स्टूडेंट्स के लिए बड़ी राहत के रूप में माना जा रहा है।
एक साल का होता था लंबा इंतजार
दरअसल अब तक डीडीयूजीयू में फर्स्ट और थर्ड सेमेस्टर के एग्जाम एक साथ और सेकेंड और फोर्थ सेमेस्टर के एग्जाम एक साथ कराई जाती रही हैं। छह-छह माह के अंतराल पर होने वाली इन एग्जाम से संबंधित सेमेस्टर के बैक पेपर और अंक सुधार के एलिजिबल स्टूडेंट भी शामिल होते थे। ऐसे में समस्या यह होती थी कि अगर फर्स्ट सेमेस्टर के किसी स्टूडेंट को बैक पेपर देना होता था तो उसे पूरे एक साल तब तक इंतजार करना पड़ता था, जब तक कि अगली बार फिर फर्स्ट सेमेस्टर के एग्जाम न हों। वर्षो से व्याप्त स्टूडेंट्स की इस प्रॉब्लम्स के मद्देनजर वीसी प्रो। अशोक कुमार ने डिसाइड किया है कि प्रत्येक सेमेस्टर एग्जामिनेशन में ही सभी सेमस्टर्स के बैक पेपर-अंक सुधार के एलिजबल स्टूडेंट्स के एग्जाम होंगे।
कमेटी हुई गठित
वेंस्डे को यूनिवर्सिटी के एकेडमिक काउंसिल में इस मसले पर हुई चर्चा के बाद एकेडमिक काउंसिल ने इसे हरी झंडी दे दी। इसके बाद वीसी ने इस संबंध में सभी डीन की राय के लिए डिपार्टमेंट के आचार्य लालजी त्रिपाठी के संयोजन में एक कमेटी भी गठित की है। स्टूडेंट्स के फेवर से जुड़े इस मसले पर ज्यादातर डीन प्रस्ताव के पक्ष में दिखे।
और करना होगा इंतजार
पैरामेडिकल कोर्स के तहत बीएससी इन नर्सिग कोर्स की शुरुआत में थोड़ी देर हो सकती है। एकेडमिक काउंसिल के सामने उक्त कोर्स का पूरा ढांचा पेश किया गया, जिससे सभी मेंबर्स सैटिसफाई थे।