- पीसीएस परीक्षा की पहली पाली में एक केंद्र पर 34 ओएमआर शीट रही कम, परीक्षार्थियों ने काटा बवाल
GORAKHPUR: उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की ओर रविवार को आयोजित पीसीएस एग्जाम में धांधलेबाजी का आरोप लगाते हुए परीक्षार्थियों ने जमकर बवाल काटा। चिलुआताल एरिया के इंद्रासना इंटर कालेज, बालापार में हुए हंगामे के पीछे परीक्षार्थियों का आरोप था कि आयोग की ओर से जानबूझकर ओएमआर शीट कम भेजी गई है। केंद्र पर प्रश्न पुस्तिका तो पर्याप्त थी, लेकिन परीक्षार्थियों के तुलना में 34 ओएमआर शीट कम थी। पहली पाली में इस केंद्र पर पंजीकृत कुल 384 में 269 अभ्यर्थी की उपस्थिति रही। प्रत्येक कमरे में 24 परीक्षार्थियों की बैठने की व्यवस्था की गई थी, लेकिन एक कमरे में 20 ही ओएमआर शीट भेजी गई। इसमें खास बात यह रही कि इस कमरे में चार परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे। ऐसे में परीक्षार्थियों का सवाल था कि आयोग को यह कैसे मालूम कि इस कमरे में चार परीक्षार्थी अनुपस्थित होंगे, जिससे यहां चार ओएमआर शीट कम भेजी गई। पहली पाली की परीक्षा देकर बाहर निकले परीक्षार्थियों के बीच ओएमआर शीट की कमी का मामला आग की तरह फैल गया।
दूसरी पाली से पहले किया हंगामा
ऐसे में दूसरी पाली की परीक्षा शुरू होने से पहले ही सभी परीक्षार्थी हंगामा करने लगे। विवाद बढ़ता देख केंद्र पुलिस बल ने हस्तक्षेप कर मामला शांत कराने का प्रयास किया, लेकिन आक्रोशित और सशंकित परीक्षार्थी मानने को तैयार नहीं रहे। वहीं केंद्र व्यवस्थापक के कई बार समझाने-बुझाने के बाद परीक्षार्थी दूसरी की पाली की परीक्षा में शामिल हुए। केंद्र व्यवस्थापक ने भी ओएमआर शीट के आयोग से ही कम आने की समस्या स्वीकारी है।
जीके व करंट अफेयर्स ने रूलाया
दोनों पालियों की परीक्षा जनरल व सी-सैट में जीके व करंट अफेयर्स ने परीक्षार्थियों को रूला दिया।
प्रश्न पत्र हल करने में परीक्षार्थियों के पसीने छूटने लगे। परीक्षा देकर निकलने वाले परीक्षार्थी डॉ। चंद्रशेखर सिंह के मुताबिक इस साल पेपर पहले की तुलना में काफी अलग रहा। इसमें करंट अफेयर्स तो बिलुकुल हटकर रहा। इस वजह से थोड़ी दिक्कत जरूर हुई। वहीं दूसरे परीक्षर्थी डॉ। मधुसूदन सिंह ने बताया कि प्रश्न पत्र में करंट अफेयर्स के साथ ही जीके भी काफी मुश्किल रहा। 109 प्रश्न तक पहुंचने में ही समय निकल गया। मधुसूदन के मुताबिक इस साल का पेपर पहले की तुलना में काफी कठिन रहा। प्रश्न-पत्र में इस तरह के प्रश्न रहे जिसे शायद परीक्षार्थी ने कभी सोचा ही न हो।
31 केंद्रों पर 14400 परीक्षार्थियों ने दी परीक्षा
गौरतलब है कि गोरखपुर में कुल 31 केंद्र पर संपन्न इस परीक्षा के लिए 14400 अभ्यर्थी पंजीकृत रहे। परीक्षा को शांति पूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए 31 स्टैटिक मजिस्ट्रेट और 13 सेक्टर मजिस्ट्रेट नियुक्त किए गए थे। पहली पाली में 14400 परीक्षार्थियों में से 9989 परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी। जबकि 4411 परीक्षार्थियों ने परीक्षा छोड़ दी। इसी तरह दूसरी पाली में 14400 परीक्षार्थियों में से 9940 परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी। जबकि 4460 परीक्षार्थियों ने दूसरी पाली की परीक्षा में अनुपस्थित रहे।