- बिना किसी पूर्व सूचना के अचानक कट गई रेलवे अस्पताल की बिजली
- बिजली नहीं होने से वार्डो में छाया रहा अंधेरा, पानी को भी तरसे मरीज
- कंप्लेन के बाद रात में हुई बिजली आपूर्ति तब मरीजों ने ली राहत की सांस
GORAKHPUR: ललित नरायण मिश्र रेलवे अस्पताल की स्थिति बद से बदतर होती जा रही है। इसी का नतीजा है कि रविवार को पूरे दिन बिजली पानी के लिए मरीज तरस गए। गंभीर बीमारियों से जूझ रहे भर्ती मरीजों को पीने तक का पानी भी नसीब नहीं हुआ। दिन में एक बजे अचानक से रेलवे अस्पताल की लाइट गुल हो गई। पूरा दिन तो यहां भर्ती मरीजों ने किसी तरह काट लिया, लेकिन शाम ढलने के बाद चारोओर अंधेरा छाया रहा। इस दौरान वाडरें में मोमबत्ती और इमरजेंसी लाइटों से काम चलाना पड़ा। वार्ड में लाइट नहीं होने से मरीज पूरी तरह बेहाल हो गए। हालत तो तब और खराब हो गई जब शाम तक यहां पानी भी पूरी तरह खत्म हो गया। दिन भर कंप्लेन के बाद शाम करीब 8.30 बजे लाइट आई तब जाकर लोगों ने राहत की सांस ली।
बोतल खरीद बुझाई प्यास
ऐसे तो बिजली-पानी के लिए पूरा अस्पताल बेहाल रहा, लेकिन न्यू मेडिकल वार्ड की स्थिति तो सबसे अधिक खराब रही। यहां मरीजों को पीने के लिए बाहर से पानी का बोतल खरीदकर लाना पड़ा। तब जाकर बोतल के पानी के सहारे लोगों की प्यास बुझाई। इससे पूरे दिन अस्पताल परिसर में अफरा-तफरी मची रही, लेकिन अस्पताल प्रशासन ने इसकी सुध तक नहीं ली। बार-बार कंप्लेन करने पर भी जब समस्या का कोई समाधान नहीं हुआ तो इससे मरीज पूरी तरह आक्रोशित हो गए। देर शाम मामला बिगड़ता देख किसी तरह से लाइट व पानी की व्यवस्था कराई गई।
टॉयलेट के लिए भी जाना पड़ा बाहर
रेलवे कर्मचारी होने की वजह से नाम न छापने की शर्त पर अस्पताल के न्यू मेडिकल वार्ड में एडमिट एक मरीज के परिजन ने बताया कि इस बीच कई मरीजों को टॉयलेट जाने के लिए भी सोचना पड़ा। मरीज के परिजन ने बताया कि इस बीच कई मरीज व उनके परिजन को टॉयलेट के लिए भी बाहर जाना पड़ा।
आईसीयू में जनरेटर का सहारा
गौरतलब है कि बिना किसी पूर्व सूचना के रेलवे अस्पताल की बिजली कट गई। शुक्र रहा कि हाल ही मिले जनरेटर से आईसीयू और सीसीयू में बिजली आपूर्ति जारी रही। साथ ही इमरजेंसी वार्ड में जनरेटर से सप्लाई मिलती रही इससे इमरजेंसी में आने वाले मरीजों को कोई असुविधा नहीं हुई। देर शाम अस्पताल प्रशासन की ओर से बिजली ठीक कराया गया।
दिन अचानक करीब बिजली कट गई, इससे थोड़ी दिक्कत जरूर हुई लेकिन जनरेटर से कोई आपात स्थिति नहीं आई। आईसीयू और सीसीयू में बिजली आपूर्ति सुचारू रूप से होती रही। अंधेरा सिर्फ वार्डो में रहा। रात 8.30 बजे बिजली आपूर्ति बहाल हो गई।
- डॉ। नंद किशोर, प्रशासनिक अफसर, रेलवे अस्पताल