- कार्यवाहक एसआईसी ने काउंटर प्रभारी को किया तलब

- नाराजगी जताते हुए रजिस्टर व कर्मचारियों का मांगा रिकार्ड

GORAKHPUR: मेडिकल कॉलेज में सोमवार को दो पर्ची काउंटर्स बंद होने के चलते मरीज और तीमारदार काफी परेशान हुए। इस दौरान सिर्फ काउंटर नंबर एक और दो खुले रहे। बाकी दो काउंटर्स पर कर्मचारी नहीं थे। इसकी शिकायत मिलने पर एसआईसी ने पर्ची काउंटर प्रभारी को तलब कर सख्त नाराजगी जताई। उन्होंने फौरन काउंटर्स पर तैनात कर्मचारियों की लिस्ट और रिकार्ड उपलब्ध कराने का आदेश दिया।

एक माह से बंद है काउंटर

तीमारदारों ने बताया कि पिछले एक महीने से काउंटर नंबर तीन और चार बंद पड़े हैं। इस कारण दूर-दराज से आने वाले लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। वहीं कर्मचारियों का कहना है कि कंप्यूटर व प्रिंटर खराब होने के चलते ये काउंटर्स बंद हैं। कंपनी पर भेजने के बावजूद उपकरणों की मरम्मत नहीं हो पाई। साथ ही दो काउंटर ही चालू होने से रोजाना तीन से चार हजार का वर्क लोड भी बढ़ गया है। इससे लोगों को पर्ची लेने के लिए ज्यादा देर इंतजार करना पड़ रहा है।

पर्ची तक हो गई खत्म

इतना ही नहीं, चल रहे दो काउंटर्स पर पर्ची भी लगभग खत्म हो चुकी है। समय रहते अगर क ागज की सप्लाई नहीं हुई तो यहां भी काम रुक सकता है। इस संबंध में पर्ची काउंटर प्रभारी का कहना है कि जिम्मेदारों को अवगत कराया गया लेकिन अभी तक पर्ची नहीं मंगाई गई है।

कोट्स

पर्ची के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ती है। सुबह करीब नौ बजे से लाइन में लगा हूं। अभी तक नंबर नहीं आया। लग रहा है कि बिना इलाज ही घर लौटना पड़ेगा। यहां की व्यवस्था पूरी तरह चौपट हो चुकी है।

विष्णु प्रताप सिंह, पिपराइच

जुगाड़ वाले पर्ची कटवाकर चले गए लेकिन आम आदमी को पूछने वाला कोई नहीं है। कई घंटे से लाइन में लगा हूं। सुदामा, कुशीनगर

वर्जन

कागज सप्लाई देने वाली कंपनी को सूचना दे दी गई है। बंद पड़े काउंटर जल्द ही खोले जाएंगे। मरीजों को दिक्कत नहीं होने दी जाएगी।

डॉ। एके श्रीवास्तव,

कार्यवाहक एसआईसी