- पैरामिलेट्री फोर्स के जवानों ने कर रखा था कब्जा, पीछे से तीसरे कोच पर किया था कब्जा

- बिहार संपर्क क्रांति और वैशाली के विकलांग और महिला कोच को भी इल्लीगल कब्जे से छुड़ाया

GORAKHPUR : पैसेंजर्स की मनमानी से रेलवे काफी पहले से ही परेशान चल रहा है। संडे को उनकी परेशानी तब और बढ़ गई, जब गोरखपुर से चलने वाली क्ख्भ्भ्भ् गोरखधाम सूपरफास्ट एक्सप्रेस को खुद रक्षा और सुरक्षा करने वालों ने कब्जा कर लिया। मामले की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे एरिया मैनेजर जेपी सिंह ने अपनी टीम के साथ पहुंचकर करीब क्भ् मिनट जद्दोजहद के बाद बोगी को खाली कराया। वहीं दिल्ली जाने की राह तक रहे पैसेंजर्स को बोगी में बैठाया।

फ्भ्-ब्0 जवानों ने कर रखा था कब्जा

अपने तय शेड्यूल पर जैसे ही गोरखधाम प्लेटफॉर्म नंबर ख् पर प्लेस हुई, तो इस दौरान पैरामिलेट्री फोर्सेज के करीब फ्0 से ब्0 जवान वहां पहुंच गए। इस दौरान उन्होंने गोरखधाम की लास्ट से तीन बोगी पहले लगे जनरल कोच में कब्जा जमा लिया। इस दौरान वह दूसरे पैसेंजर्स को चढ़ने भी नहीं दे रहे थे। मामले की सूचना रेल एंप्लाई ने एरिया मैनेजर को दी, मामले की सूचना मिलने पर उन्होंने गोरखधाम में छापेमारी की और बोगी को कब्जे से आजाद कराया। सोर्सेज की मानें तो हर संडे को पैरामिलेट्री फोर्सेज के जवान ऐसा ही करते हैं और कोच में कब्जा कर लेते हैं।

ट्रेंस के विकलांग और महिला कोच में भी हुई चेकिंग

गोरखधाम के अलावा बिहार संपर्क क्रांति और वैशाली एक्सप्रेस में भी सघन चेकिंग हुई। इस दौरान बिहार संपर्क क्रांति और वैशाली की महिला और विकलांग बोगियों में इल्लीगली सफर कर रहे पैसेंजर्स को बाहर निकालकर उनका चालान किया गया। इसमें बिहार संपर्क क्रांति में बड़ी तादाद में लोगों ने कब्जा कर रखा था। इस दौरान वैशाली एक्सप्रेस में जीआरपी के एंटी ईव टीजिंग स्क्वैड के मेंबर्स ने भी चेकिंग की और इल्लीगल कब्जा हटाया।