- डीडीयूजीयू के दीक्षा भवन में अभियान की तरफ से आयोजित किया गया कार्यक्रम
- छोटे-छोटे बच्चों द्वारा प्रस्तुत इस नाटक को देख दर्शकों ने किया जमकर तारीफ
GORAKHPUR : कोई तो बोलो ना मुझे बहुत डर लग रहा है। मम्मी-पापा कहां हो? अपने पैरेंट्स को ढूंढते हुए बच्ची की ये घबराहट दिखाी सोशियो-कल्चरल एंड थियेटर इंस्टीट्यूट 'अभियान' की तरफ से डीडीयूजीयू के दीक्षा भवन में आयोजित 'पापा खो गए' कार्यक्रम के दौरान। नाटक को देखने के लिए सैकड़ों की भीड़ जुटी। प्ले के जरिए सिंगल फैमिली और टफ पैरेंटिंग के दर्द को उभारा गया।
छोटे-छोटे बच्चों ने प्रस्तुत किया प्ले
ट्यूज्डे रात 8 बजे शुरू हुए नाटक में छोटे-छोटे बच्चों ने यह दिखाया कि हाईटेक जिंदगी में किस तरह से मम्मी-पापा अपने बच्चों को बिलकुल भी टाइम नहीं देते। इसी को लेकर छोटे-छोटे बच्चों ने लाल ताऊ, खंबे महाराज, कौवे महाराज और लेटर बॉक्स का रूप धारण किया। बच्चों ने पहले और आज की पैरेंटिंग में आए चेंज को भी बखूबी प्रदर्शित किया। पहले मां-बाप बच्चों को कंधे पर बैठाकर घुमाते थे और ढेर सारी कहानियां सुनाते थे। वहीं आज बच्चे कहानियों और पैरेंट्स से दूर होते जा रहे हैं। ऐसे में बच्चों से छिनते बचपन की कहानी को प्ले के माध्यम से प्रदर्शित किया गया जिसे पैरेंट्स ने खूब सराहा।
वीसी भी रहे मौजूद
प्ले को देखने गोरखपुर यूनिवर्सिटी के वीसी प्रो। अशोक कुमार और उनकी धर्मपत्नी प्रो। मधु कुमार भी आए थे। दोनों ने इस प्रोग्राम की सराहना की। कार्यक्रम के आयोजन में डीडीयूजीयू एनएसएस और जेसीआई मिडटाउन का सहयोग रहा। इस अवसर गौरव जिंदल, अमित जगरानी, निशा जिंदल, विनोद जिंदल, कनक हरि अग्रवाल व डीडीयूजीयू एनएसएस के को-आर्डिनेटर डॉ। अजय शुक्ला समेत कई पदाधिकारी मौजूद रहे।