- जिले में पंचायत चुनावों की सरगर्मी हुई तेज
- परिवर्तन में 121 ग्राम पंचायतों का हुआ सृजन
द्दह्रक्त्रन्य॥क्कक्त्र : जिले में पंचायत चुनावों की सरगर्मी तेज होने लगी है। प्रशासन के साथ प्रत्याशी भी भागदौड़ में लग गए हैं। जिला पंचायत से लेकर पंचायत सदस्य के लिए होड़ मची है। चहलपहल बढ़ने पर पुलिस-प्रशासन ने अलर्ट हो गया है। संवेदनशील स्थानों पर खास निगहबानी शुरू हो गई है। पुलिस और प्रशासन के अफसर हर गतिविधि पर नजर रख रहे हैं।
121 नई ग्राम पंचायतों में चुने जाएंगे नये प्रधान
जिले में नये परिसीमन के अनुसार ग्राम पंचायतों की संख्या बढ़ गई है। जिला प्रशासन के पंचायत चुनाव सेल के अनुसार वर्ष 2015 में 121 नई ग्राम पंचायतों का सृजन हुआ है। इन सभी पंचायतों में पहली बार प्रधान का चुनाव होगा। पुराने क्षेत्रों को काटछांटकर नई ग्राम पंचायत का सृजन किया गया है। ग्राम प्रधानों के साथ- साथ क्षेत्र पंचायत सदस्यों के पद भी बढ़े हैं। प्रशासन से जुड़े लोगों का कहना है कि अभी आंशिक परिवर्तन की संभावना बनी है।
उरुवां क्षेत्र पंचायत में सर्वाधिक ग्राम पंचायतें
नये परिसीमन के अनुसार उरुवा क्षेत्र पंचायत में सर्वाधिक ग्राम पंचायतें हैं। दूसरे नंबर जंगल कौडि़या और बेलघाट क्षेत्र पंचायतें हैं जहां कुल ग्राम पंचायतों की संख्या 89 पहुंच गई है। सबसे कम ग्राम पंचायतें चरगांवा ब्लाक में हैं। यहां पर मात्र एक ग्राम पंचायत का सृजन हुआ है।
क्षेत्र पंचायत 2010 में ग्राम पंचायत नव सृजित कुल पंचायतों की संख्या
भटहट 61 04 65
उरुवा 85 10 95
ब्रह्मपुर 57 06 63
जंगल कौडि़यां 80 09 89
पिपराइच 62 07 69
गगहा 71 05 76
पाली 60 07 67
कैंपियरगंज 78 08 86
चरगांवा 42 01 43
गोला 77 08 85
बड़हलगंज 63 06 69
खोराबार 48 04 52
बेलघाट 80 09 89
सरदारनगर 53 06 59
सहजनवां 59 05 64
पिपरौली 59 04 63
खजनी 72 13 85
बांसगांव 66 05 71
कौड़ीराम 60 04 64
777 मतदान केंद्रों पर नहीं है टेंशन
जिले मे कुल 1354 ग्राम पंचायतों के लिए 1861 मतदान केंद्र बनाने की तैयारी है। इन मतदान केंद्रों में महज 777 ऐसे केंद्र हैं जहां पर पुलिस-प्रशासन को कोई खतरा नहीं है। पुलिस ने 532 मतदान केंद्रों को संवेदनशील बताया है जबकि अति संवेदनशील मतदान केंद्रों की संख्या 552 है। वल्नरेबल पोलिंग बूथ को चिन्हित किये जाने की प्रक्रिया चल रही है, इसलिए संवेदनशील मतदान केंद्रो की संख्या घट-बढ़ सकती है। संवेदनशील और अति संवेदनशील मतदान केंद्र वाले क्षेत्रों में पुलिस ने निगरानी बढ़ा दी है। इन सभी मतदान केंद्रों की निगरानी 220 पुलिस अधिकारियों के जिम्मे सौंपी गई है। जोन और सेक्टर में क्षेत्रों को बांटकर जोनल मजिस्ट्रेट और सेक्टर मजिस्ट्रेट के साथ-साथ जोनल पुलिस अधिकारी हर मामले पर नजर रखेंगे।
पंचायत चुनाव की तैयारी जोर-शोर से चल रही है। इसको लेकर जरूरी दिशा निर्देश जारी कर दिए गए हैं। जल्द ही तैयारी फाइनल हो जाएगी।
रंजन कुमार, डीएम
पंचायत चुनावों में विवाद की संभावना ज्यादा रहती है। गुटबाजी को देखते हुए पुलिस कर्मचारियों को निगरानी का निर्देश दिया गया है। किसी तरह का बवाल करने वालों को शांति भंग में पांबद करके पुलिस कार्रवाई करेगी।
प्रदीप कुमार, एसएसपी