गोरखपुर (ब्यूरो)।नेपाल से सटी गोरखपुर, लखनऊ और बरेली जोन की 570 किलोमीटर सीमा पर पुलिस अधिकारी अलर्ट मोड पर आ गए हैं। कवच योजना के तहत बार्डर सिक्योरिटी सर्वे के लिए 2 माह अभियान चलाने का एडीजी ने निर्देश दिया है। पुलिस बार्डर एरिया में रहने वाले युवाओं की लिस्ट बनाकर उनके साथ मीटिंग कर गोपनीय जानकारी प्राप्त करेगी, जिससे बार्डर पर सेंध लगाने वाले अराजक तत्वों को चिह्नित किया जा सके।
बॉर्डर के 10 किमी। क्षेत्र में होगा सर्वे
निर्देशानुसार बार्डर से सटे 7 जिले महराजगंज, सिद्धार्थनगर, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, लखनऊ जाने का लखीमपुर खीरी, बरेली जोन का पीलीभीत जिला नेपाल बार्डर से सटा है। यहां बार्डर के 10 किमी क्षेत्र में पडऩे वाले गांवों में संवेदनशीलता और सुरक्षा के लिहाज से सिक्योरिटी सर्वे दो माह तक किया जाएगा।
ये टीम करेगी काम
अभियान टीम प्रभारी एएचटीयू टीम रिलेटेड थाने के हल्का प्रभारी, बीट पुलिस अधिकारी, महिला बीट पुलिस अधिकारी, अभिसूचना इकाई कर्मी जो डेली रोस्टर के अनुसार संबंधित गांव में जाकर टास्क के अनुरूप कार्यवाही करेंगे।
टीम को करना है ये काम
- प्रभारी एएचटीयू टीम पुलिस के साथ गांव में जाकर प्रधान, चौकीदार, सुरक्षा समिति के सदस्यों संग मीटिंग कर बेसिक सूचना प्राप्त कर पार्टिसिपेट करने वालों के नाम, मोबाइल नंबर, हस्ताक्षर समेत फोटो लेंगे।
- प्रधान और चौकीदार के साथ धार्मिक स्थलों का वेरिफिकेशन कर छोटे-बड़े मार्गों का भ्रमण करेंगे।
- टीम द्वारा गांव के नवयुवक, युवतियों, एनसीसी, एनएसएस, स्काउट गाइड, युवा मंगल दल और स्टूडेंट के साथ मीटिंग की जाएगी।
- टीम द्वारा स्थानीय थाना प्रभारी के साथ फुट पेट्रोलिंग की जाएगी।
- टीम द्वारा ग्रामवासियों के साथ चौपाल लगाई जाएगी।
- टीम का एक सदस्य थाने से पिछले 10 साल के अपराध का विवरण और विवादों का विवरण प्राप्त करेगा।
- टीम द्वारा डेली डाटा फीडिंग कर जिले के एसपी को प्रस्तुत किया जाएगा।
ये हैं निर्देश
- सभी सीओ रोस्टर के अनुसार टीम के साथ जाएंगे।
- थाना प्रभारी टीम के साथ गांव जाएंगे।
- टीम प्रभारी अपने साथ लाउड हेलर, टार्च, रेनकोट, छाता, आदि लेकर जाएगा।
इन थाना क्षेत्र से सटा है नेपाल
जिला थाना बॉर्डर एरिया (किमी। में)
महाराजगंज 7 84
सिद्धार्थनगर 5 68
बलरामपुर 5 82
श्रावस्ती 2 62
बहराइच 5 100
लखीमपुर खीरी 4 120
पीलीभीत 2 54
कवच योजना के तहत बॉर्डर एरियाज में अभियान चलाने का निर्देश दिया गया है। गांव-गावं जाकर टीम तस्करी और नशे से बचने के उपाय बताएगी। बार्डर एरिया में संवेदनशीलता और सुरक्षा के लिहाज से बार्डर सिक्योरिटी सर्वे कराया जा रहा है।
अखिल कुमार, एडीजी गोरखपुर जोन