- दिल्ली की कार्यदायी संस्था ने बीच में ही ठप कर दिया ऑक्सीजन पाइपलाइन का कार्य
GORAKHPUR: बीआरडी मेडिकल कॉलेज के ट्रामा सेंटर की सांस अभी भी रुकी हुई है। स्थापना के बाद से ही यहां ऑक्सीजन पाइपलाइन का काम ठप है। इसके लिए शासन ने मेडिकल कॉलेज प्रशासन को एक करोड़ छह लाख रुपए एक वर्ष पूर्व ही अवमुक्त कर दिए। दिल्ली की कार्यदायी संस्था को तीन माह में काम पूरा करने का टारगेट दिया गया मगर एक साल गुजर जाने के बाद भी काम पूरा नहीं हो पाया है। आईसीयू व ओटी का काम भी आधा ही हो सका है। इससे नाराज मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने कार्यदायी संस्था को नोटिस दे दिया है।
अधर में लटका कार्य
कार्य ठप होने से ट्रामा सेंटर में अब भी मैनुअल ऑक्सीजन सिलेंडर का इस्तेमाल हो रहा है। जबकि पिछले साल दिल्ली की कार्यदायी संस्था पीईएस को ऑक्सीजन पाइपलाइन बिछाने का कार्य दिया गया था। इसके बाद पाइपलाइन और मोनुफोल्ट रूम तैयार तो किए गए मगर प्वॉइंट, दस बेड वाले आईसीयू और ओटी का काम पूरा नहीं हो सका। इसकी वजह से ऑक्सीजन सप्लाई का काम लटक गया है। इसके चलते एक्सीडेंटल व अन्य गंभीर मरीजों को परेशानी उठानी पड़ रही है।
दी गई नोटिस
वहीं, कार्य समय से पूरा ना होने के संबंध में मेडिकल कॉलेज प्रशासन कार्यदायी संस्था को चार बार नोटिस दे चुका है। इसके बावजूद भी संस्था पर कोई असर नहीं हो रहा। जहां तीन माह में काम पूरा हो जाना था, वहां एक साल बाद भी स्थिति जस की तस बनी हुई है।
वर्जन
कार्यदायी संस्था को नोटिस भेज दी गई है। अभी तक इसका जवाब नहीं मिला है। जल्द से जल्द काम पूरा करने का कहा गया है।
- डॉ। सतीश कुमार, सह प्राचार्य बीआरडी मेडिकल कॉलेज