- रो पड़ी घर वालों के साथ जनाजा में शामिल भीड़ भी

- हत्या के खिलाफ भारी आक्रोश, कड़ी सुरक्षा के बीच व्यवसायी सुपुर्द-ए-खाक

AKATHWA GHAT: पीपीगंज के वार्ड नंबर 10 अब्दुल हमीद नगर निवासी आफताब की मौत से पनपा आक्रोश और दुख रविवार को उसकी जनाजा में आंसुओं का सैलाब बनकर छलक पड़ा। आफताब की अंतिम यात्रा में शामिल उसके परिजन, दोस्त से लेकर अन्य लोग भी अपने आंसू रोक नहीं पाए। सबका यही कहना था कि अभी तो उसने जिंदगी शुरू ही की थी। इसी के साथ आक्रोश में ये शब्द भी रह-रहकर निकलते कि यदि अपराधी सलाखों के पीछे नहीं किए गए तो पीपीगंज एक बड़े आंदोलन का गवाह बनेगा। इसकी सारी जवाबदेही पुलिस प्रशासन की होगी।

बुझ गया चिराग

हमीदनगर निवासी अख्तर अली का परिवार काफी गरीब है। वे फल का कारोबार करते हैं। आफताब इस घर का इकलौता चिराग था। अभी वह पढ़ाई कर रहा था लेकिन घर की गरीबी से लड़ने में पिता का साथ देना चाहता था। इसीलिए वह मुनीम के रूप में काम करने लगा था। बापू इंटर कॉलेज में हाईस्कूल का छात्र आफताब आलम घर, मोहल्ले के लिए एक अच्छा लड़का था। जो एक छात्र होते हुए एक अभिभावक की तरह परिवार की जिम्मेदारी उठा रहा था। लेकिन अपराधियों ने घर के इकलौते चिराग को बुझा दिया।

थम नहीं रहे आंसू

इकलौते पुत्र के खोने के सदमे में घर वालों के आंसू थम नहीं रहे हैं। मां बदरून निशा बेहाल पड़ी हैं। उनको संभालने वाली बेटियां रुकसाना और अफसाना खुद ही भाई के चले जाने से गमजदा हैं। कभी मां बेटियां से लिपटकर रो रही हैं, कभी बेटियां मां को सीने से लगाकर रो रही हैं। रविवार को आफताब के जनाजे के समय एक बार फिर सूख गए आंसू बह चले। घर वालों को रोता देख वहां मौजूद लोगों की आंखों से भी आंसू बह चले।

भारी सुरक्षा में सुपुर्द-ए-खाक

शनिवार को अपराधियों ने सराफा व्यवसायी और मुनीम आफताब को गोली मार दी थी। व्यवसायी तो बच गया लेकिन आफताब की मौत हो गई। इसके बाद से ही पीपीगंज में भारी सुरक्षा बल की तैनाती की गई है। रविवार को आफताब के जनाजा के दौरान भी पुलिस मुस्तैद रही। टीचर कॉलोनी के पास रेलवे लाईन से सटे कब्रिस्तान में आफताब को सुपुर्द-ए-खाक किया गया। इस दौरान कैम्पियरगंज तहसीदार विपिन सिंह, थानाध्यक्ष कैम्पियरगंज सीताराम यादव, पीपीगंज एसओ प्रभातेश श्रीवास्तव, सत्येन्द्र कुंवर के साथ ही पीएसी जवान मुस्तैद नजर आए। अंतिम यात्रा में पीपीगंज नगर पंचायत अध्यक्ष रमाशंकर मद्धेशिया, बिन्द्रासन चौधरी, संदीप चौरसिया, कमाल जावेद, मो। जावेद, शैलेन्द्र भारती, अतहर अली के साथ सैकड़ों की संख्या में लोग शामिल हुए।

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दिनदहाड़े हत्या में पुलिस के हाथ खाली

पीपीगंज एरिया के आभूराम में शनिवार की सुबह बदमाशों ने सराफा व्यवसायी और उसके मुनीम पर बदमाशों ने गोलियां बरसाई थी। मुनीम आफताब की मौत हो गई जबकि की हालत गंभीर बनी हुई है। दिनदहाड़े हुए इस घटना के विरोध में पीपीगंज कस्बे के सराफा कारोबारी सड़क पर उतर आए और गोरखपुर-सोनौली हाइवे जाम कर घंटों प्रदर्शन किया। इसके बावजूद अगले दिन रविवार को भी पुलिस के हाथ इस मामले में पूरी तरह खाली थे। लूट और हत्या के मामले की जांच कर रही पीपीगंज पुलिस ने रविवार को भी आम मामलों की तरह कहा कि जांच की जा रही है और जल्द ही अपराधी गिरफ्तार कर लिए जाएंगे। उधर, सराफा व्यवसायियों के साथ ही पीपीगंजवासियों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही अपराधी गिरफ्तार नहीं किए गए तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा। हत्याकांड के बाद क्षेत्र में दहशत के साथ भारी आक्रोश है। पुलिस दूसरे दिन भी क्षेत्र में कैम्प कर रही है।

संभावित ठिकानों पर लगातार छापेमारी की जा रही है। जल्द ही अभियुक्तों की गिरफ्तारी कर ली जाएगी।

- प्रभातेश श्रीवास्तव, थानाध्यक्ष, पीपीगंज