-आउटसाइडर्स को अभी नहीं मिलेगी यूनिवर्सिटी में एंट्री
- सिक्योरिटी परपज से यूनिवर्सिटी ने आउटसाइडर्स की एंट्री पर कर दिया था बैन
- 27 मई को हुई घटना के बाद यूनिवर्सिटी ने मांगा था गोरखपुराइट्स से सजेशन
द्दह्रक्त्रन्य॥क्कक्त्र : गोरखपुर यूनिवर्सिटी में मार्निग वॉक करने की चाह रखने वाले गोरखपुराइट्स को कैंपस में एंट्री के लिए अभी और इंतजार करना पड़ेगा। यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन ने फिलहाल 14 जून तक कैंपस में टीचर्स, ऑफिसर्स, एंप्लाइज और स्टूडेंट्स के अलावा सभी आउट साइडर्स की एंट्री पर बैन लगाए रखने का फैसला किया है। इस संबंध में संडे को यूनिवर्सिटी के वीसी प्रो। अशोक कुमार ने प्रॉक्टोरियल बोर्ड के साथ मीटिंग की, जिसमें काफी डिस्कशन के बाद यह डिसीजन लिया गया।
सिर्फ एक सजेशन, वह भी निगेटिव
गोरखपुर यूनिवर्सिटी कैंपस में एंट्री को लेकर हुए बवाल के बाद यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन ने सजेशन मांगे थे। चीफ प्रॉक्टर डॉ। सतीश चंद्र पांडेय ने बताया कि लाखों गोरखपुराइट्स और सैकड़ों मार्निग वाकर्स के बीच महज 1 सजेशन ही यूनिवर्सिटी को मिला है। उसमें भी यूनिवर्सिटी कैंपस में आउट साइडर्स की एंट्री पर बैन लगाने की बात कही गई है। डॉ। पांडेय ने बताया कि यूनिवर्सिटी में एंट्रेंस एग्जाम चल रहे हैं, इसलिए सिक्योरिटी की वजह से फिलहाल बैन को जारी रखने का फैसला लिया गया है। वहीं 27 मई को यूनिवर्सिटी गेट पर हुई घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए उसपर खेद व्यक्त किया है।
सभी कैंपस में बैन है एंट्री
चीफ प्रॉक्टर ने बताया कि यूनिवर्सिटी कमेटी ने एमएमएमयूटी के साथ ही सिटी के रिनाउंड कॉलेजेज का भी जाएजा लिया, इसमें सेंट एंड्रयूज कॉलेज, डीवीएनपीजी कॉलेज, इस्लामियां इंटर कॉलेज, डीएवी कॉलेज, मारवाड़ इंटर कॉलेज, एमपी इंटर कॉलेज में भी आउट साइडर्स की एंट्री नहीं होती है और यहां सिर्फ टीचर्स, एंप्लाइज और स्टूडेंट्स को प्रवेश ही मान्य है।
आगे होगा विचार
डॉ। सतीश पांडेय ने बताया कि 14 जून तक तो कैंपस में किसी की एंट्री नहीं होगी। मगर शहर के लोगों के दृष्टिकोण को ध्यान में रखते हुए यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन ने आगे विचार करने की बात कही है। उन्होंने बताया कि यूनिवर्सिटी की पहली प्राथमिकता स्वस्थ शैक्षणिक माहौल बने और कैंपस को सुरक्षित बनाए रखना है। इसके लिए कमेटी कैंपस की सुरक्षा व्यवस्था पर नए सिरे से विचार करेगी।