गोरखपुर (ब्यूरो)।इस मशीन की लागत करीब 20 लाख रुपए है। इस मशीन को रेडियोलॉजी विभाग में स्थापित किया गया है। इससे मरीजों का जांच शुरू हो गई है। खास बात यह है कि निजी जांच केंद्र की तुलना में मेडिकल कॉलेज में एक चौथाई दर पर जांच हो जाएगी। मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने फौरी तौर पर लखनऊ के केजीएमयू के बराबर 350 रुपए इसकी जांच दर रखी है। इसके साथ ही कॉलेज प्रशासन ने दर को निर्धारित करने के लिए शासन को पत्र लिखा है। बताया जाता है कि निजी जांच केंद्रों पर इसके लिए मरीजों से 1500 से 2000 रुपए लिए जाते हैं।

पूर्वी यूपी में लगी पहली मशीन

बीआरडी मेडिकल कॉलेज में लगी मशीन जबड़े के एक्स-रे के लिए यह मशीन बेहद खास होती है। पूर्वी यूपी का बीआरडी मेडिकल कॉलेज यह मशीन लगवाने वाला पहला मेडिकल कॉलेज है। सड़क हादसे या जन्मजात विकृति में जबड़ा खराब होने वाले मरीजों को इसी से जांच होगी। इससे जबड़े के अंदर छिपे हुए दांत, बिगड़ी आकृति, हेयरलाइन फ्रेक्चर का पता चल सकेगा। इससे डॉक्टर सटीक इलाज कर सकेंगे।

जबड़े का इलाज कभी-कभी बेहद क्रिटिकल होता है। उसमें सबसे बड़ी दिक्कत सड़क हादसे में अगर जबड़ा टूट जाए तब होता है। इससे जबड़े के सही आकार का पता नहीं चलता। इस एक्सरे से जबड़े के मरम्मत में ज्यादा सटीक हो सकेगा। रेडियोलॉजी विभाग में मशीन स्थापित कर दी गई है।

डॉ। गणेश कुमार, प्रिंसिपल बीआरडी मेडिकल कॉलेज