- उड़कर आंखों में पड़ने पर बनी रहती है दुर्घटना की आशंका

- रात के वक्त चुपके से फैक्ट्री वाले गिरा देते हैं राख

SAHJANWA : क्षेत्र में फोरलेन के किनारे गिरी राख से आए दिन राहगीरों को परेशानी झेलनी पड़ रही है। यह सब समस्या गीडा स्थित फैक्ट्रियों की लापरवाही के कारण हो रहा है। फैक्ट्रियों में एकत्र राख को रात में गाडि़यों से फोरलेन के किनारे सुनसान जगह पर गिरा दिया जाता है। ये राख उड़कर राहगीरों के लिए दुर्घटना को दावत दे रही है।

दुर्घटना की आशंका

इस रास्ते से अक्सर अधिकारियों व जन प्रतिनिधियों का आना जाना होता है। अपनी बंद गाडि़यों में बैठे हुए इस समस्या की ओर उनका ध्यान नहीं जाता। वहीं सड़क किनारे लगी राख की ढेर पैदल व बाइक वालों के लिए मुसीबत बन चुकी है। जब तेजी से वाहन गुजरते हैं तो राख उड़ कर आंखों में पड़ जाती है। इस कारण अनहोनी की आशंका बनी रहती है।

अधिकारी बने अनजान

प्रदूषण नियंत्रक बोर्ड इस समस्या पर अपनी आंखों पर पट्टी बांध रखा है। ये राख सीहापार हाल्ट से लेकर टोल प्लाजा तक जगह-जगह गिरी है। लेकिन अधिकारियों को कहीं नजर नहीं आती। इस कारण फैक्ट्रियां अपनी मनमानी कर रही है।

मामला मेरी जानकारी में नहीं था। यदि फोरलेन पर राख गिराई जाएगी तो उस पर कार्रवाई होगी।

- विनोद गौड़, उपजिलाधिकारी