- विंध्यवासिनी नगर डबल मर्डर केस में पुलिस को दूसरी सफलता, तीसरा आरोपी रेहान भी गिरफ्तार

- प्रेमिका से मिलने पहुंचा था, चढ़ गया पुलिस के हत्थे, पांच लाख के गहने भी बरामद

GORAKHPUR: बहुचर्चित विंध्यवासिनी नगर डबल मर्डर में फरार लूट व हत्या के एक अन्य आरोपी को पुलिस ने गुरुवार को अरेस्ट कर लिया। उसके पास से दंपति के घर से लूटे गए पांच लाख कीमत के गहने, मोबाइल बरामद हुए। पकड़ा गया आरोपी कोतवाली थाना के नियामत चक बबीना रोड का निवासी रेहान उर्फ सोनू है। रेहान लूट की जेवर बेच कर अपनी माशूका के साथ शादी करने और घर बसाने की तैयारी में था। इसीलिए वह लूट हत्या के बाद पुलिस से बचते हुए अपने ननिहाल की संबंधी माशूका से मिलने पहुंचा था। उसके लिए कुछ जेवर बेच कर ढेर सारे गिफ्ट भी ले गया गया था। वहां से निकलने के बाद पुलिस ने रेलवे बस अड्डे पर उसे दबोच लिया।

गहनों की हुई पहचान

एसएसपी लव कुमार ने रेहान को गुरुवार की शाम मीडिया के सामने पेश किया। बताया कि रेहान के पास से बरामद जेवर की इंजीनियर परिवार के करीबियों ने पहचान कर ली है। उसमें वो अंगूठी भी मिली है जो इंजीनियर संजय श्रीवास्तव ने अपनी पत्‍‌नी तूलिका को मैरेज एनीवर्सरी पर गिफ्ट की थी। इस हत्याकांड का मुख्य आरोपी पिंटू उर्फ अनवर तथा उसके फतेहपुर निवासी उसके मामा महताब को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। तीन अन्य आरोपी में रेहान उर्फ पिंटू, राजू और गोलू फरार थे जिसमें रेहान भी आखिरकार पकड़ में आ ही गया। इन सभी पर पुलिस ने पांच-पांच हजार का इनाम घोषित कर रखा है।

परिवार वालों के इशारे पर हुई गिरफ्तारी

रेहान की गिरफ्तारी में उसके परिवार वालों ने पुलिस को मदद की। गुरुवार को पुलिस को सूचना मिली की रेहान रेलवे बस अड्डे पर मौजूद है और कहीं दूर भागने की फिराक में है। इस सूचना पर इंस्पेक्टर कोतवाली विजय राज सिंह, सीनियर सब इंस्पेक्टर शेर बहादुर सिंह, क्राइम ब्रांच के स्वाट प्रभारी एसआई धर्मेद्र कुमार सिंह, एसआई गजेंद्र पांडेय, कांस्टेबल देवेंद्र यादव, सुभाष सिंह, सतानत सिंह, मोहम्मद शोएब, धर्मेद्र तिवारी, अविनाश सिंह, विजय प्रकाश दीक्षित, मुन्ना कुमार, राहुल सिंह और मनीष कुमार टीम ने बस अड्डे को घेर लिया। रेहान के परिवार के लोगों ने जैसे ही बताया कि सामने खड़ा युवक ही रेहान है, पुलिस ने उसे दबोच लिया।

पहले से था प्लान कि घुसते ही लेंगे जान

रेहान उर्फ सोनू ने पुलिस को बताया कि लूट और हत्या के इस मामले में पहले से सबकुछ प्लान था। वह घटना से पहले पिछले छह माह से जाफरार बाजार में राजेश मिस्त्री की दुकान पर काम कर रहा था। यहीं पिंटू, राजू और गोलू भी आते थे। पिंटू ने एक दिन बताया कि एक घर है जहां हाथ डालेंगे तो अच्छा माल मिलेगा। हम सभी तैयार हो गए। पहले ही तय हो गया घर में घुसते ही अंकल और आंटी को मार डालना है ताकि कोई लफड़ा ही न रहे। हम सभी छत के रास्ते एक-एक करके आराम से घर में दाखिल हुए। मैंने और गोलू ने अंकल-आंटी को दबोचा और दस्ताना पहले पिटू और राजू ने गला काट दिया। फिर हमने इत्मीनान से कीमती सामान बटोरना शुरू किया। उस रात ठंड की वजह से मैंने पिंटू की जैकेट पहन ली थी और जेब काटकर उसमें ही गहने इकठ्ठा करने की जगह बना ली थी। इसलिए ज्यादातर जेवर मेरे ही पास थे।

निकाह करके परिवार बसाना चाहता था रेहान

रेहान ने बताया कि लूट के बाद हम सभी पिंटू के मामा के घर फतेहपुर चले गए। फतेहपुर से लौटने के बाद चारों अलग-अलग जगहों पर चले गए। राजू अपनी पत्‍‌नी के मायके छत्तीसगढ़ चला गया। पिंटू और उसके मामा एक साथ थे। जबकि वह खुद रामनगर हरिहरपुर में रहने वाले अपने मामा नवरोज के यहां पहुंचा। मामा के परिवार की एक लड़की उसकी माशूका है। वह लूट के हिस्से से उस लड़की से निकाह कर घर बसाना चाहता था। इसीलिए वह बातचीत करने मामा के घर पहुंचा था। मगर परिवार तक ये सूचना पहुंची और फिर पुलिस ने उसे रडार पर ले लिया। इसके पहले ही वह गोरखपुर से दूर जा पता, बस अड्डे पर पकड़ लिया गया।

डबल मर्डर में पकड़ा गया रेहान पहले भी जेल जा चुका है। कैंट पुलिस ने वर्ष 2014 में उसको चोरी के बाइक के साथ अरेस्ट करके जेल भेजा था। इसके अलावा उसकी जान पहचान कई बदमाशों से है। पुलिस अन्य दो बदमाशों की तलाश कर रही है। उनके खिलाफ पांच-पांच हजार का इनाम घोषित है। वो भी जल्दी पकड़ में होंगे।

लव कुमार, एसएसपी गोरखपुर