- पिपराइच के चिलबिलवा की घटना, दो महिलाएं घायल
- एक हफ्ते से भटक रहा तेंदुआ की शक्ल का जानवर
GORAKHPUR: पिपराइच एरिया के चिलबिलवा में तेंदुआ के हमले में दो महिलाएं घायल हो गई। साइकिल सवार किशोर पर भी तेंदुआ झपटा, लेकिन दांतों में पैंट फंसने से तेंदुआ भाग गया। घटना मंडे नाइट करीब नौ बजे हुई। महिलाओं ने मेडिकल कालेज में उपचार कराया। तेंदुआ निकलने की सूचना से लोग सकते में आ गए हैं। वहीं वन विभाग के अफसरों ने तेंदुआ के संबंध में जानकारी से इंकार किया।
मंडे नाइट तेंदुआ ने किया हमला
मंडे नाइट करीब नौ बजे चिलबिलवा के राजेश की पत्नी मीरा और मुन्नर की पत्नी पानमती रेलवे लाइन की तरफ गई। तभी अंधेरे में अचानक तेंदुआ की शक्ल का जानवर आ गया। जानवर ने अचानक महिलाओं पर हमला बोल दिया। उन्होंने शोर मचाया तो गांव के छोटेलाल का बेटा मुन्ना साइकिल से पहुंच गया। मुन्ना को देखकर तेंदुआ भड़क गया। हमले में मुन्ना की पैंट उसके दांतों में फंस गई। शोर शराबा होने पर अन्य लोग भी पहुंच गए। पब्लिक को देखकर तेंदुआ भाग निकला। लोगों ने आशंका जताई कि तेंदुआ भागकर तिनकोनिया जंगल में जाकर छिप गया।
फर्टिलाइजर में देखे गए थे तीन तेंदुआ
चिलुआताल एरिया के फर्टिलाइजर कैंपस में तीन तेंदुआ देखे गए थे। तेंदुआ निकलने पर फारेस्ट डिपार्टमेंट के अफसरों ने जानकारी से इंकार किया था, लेकिन वन विभाग के अधिकारियों के झूठ की पोल तब खुल गई जब मोहरीपुर में तेंदुआ पकड़ा गया। पब्लिक की मदद से पुलिस ने घेराबंदी कर दी। वन विभाग के लोगों ने उसको पकड़कर सोहगीबरवा वन क्षेत्र में छोड़ दिया। लोगों का कहना है कि एक हफ्ते पहले पिपराइच रोड पर विकास भारती स्कूल के पास एक तेंदुआ देखा गया था।
तेंदुआ के संबंध में कोई जानकारी नहीं है। इसको पता किया जाएगा। लोगों को सतर्क रहकर तेंदुआ पर नजर रखने की जरूरत है। तेंदुआ नजर आने पर लोग फौरन जानकारी दे सकते हैं।
डा। जनार्दन, डीएफओ