- चलती ट्रेन में दो एफआईआर, दोनों ही मामले कृषक एक्सप्रेस में हुए दर्ज

- मनकापुर और स्वामी नारायण छपिया के बीच हुई चोरी की वारदात हुई दर्ज, जीआरपी ने गोंडा में सौंपी रसीद

- इससे पहले 26 को बादशाहनगर में हुई है एफआईआर दर्ज

GORAKHPUR : चलती ट्रेन में घटना और उसके बाद चलती ट्रेन में ही फौरन मामला दर्ज। जीआरपी की यह नई पहल अब असर दिखाने लगी है। पैसेंजर्स ने चलती ट्रेन में घटना के बाद ऑन स्पॉट एफआईआर दर्ज करानी शुरू कर दी है। ख्म् फरवरी को क्भ्008 कृषक एक्सप्रेस में पहला मामला दर्ज हुआ है। दूसरी एफआईआर सैटर्डे को दर्ज की गई। दोनों ही केस लखनऊ से गोरखपुर आने वाली क्भ्008 कृषक एक्सप्रेस में दर्ज की गई है और दोनों ही मामले चोरी के हैं।

ख्म् फरवरी को दर्ज हुई थी पहली एफआईआर

चलती ट्रेन में एफआईआर दर्ज कराने की शुरुआत क्भ् फरवरी से ही शुरू हो चुकी है। चलती ट्रेन में कोई मामला न होने या प्रॉपर इंफॉर्मेशन न होने की वजह से एक भी मामला दर्ज नहीं हो सका था। इस सीरीज में पहली एफआईआर ख्म् फरवरी को दर्ज की गई। इसे लखनऊ पॉलिटेक्निक कैंपस कृष्णानगर की रहने वाली पूजा सिंह ने दर्ज कराया है। जीआरपी प्रभारी ने बताया कि महिला ने शिकायत की है कि उनकी एस-फ् में क्7 नंबर सीट थी। वह इमरजेंसी विंडो सीट पर बैठी हुई थीं कि बाहर से एक मनबढ़ उनका पर्स लेकर भाग निकला। उसमें आईडी के साथ कुछ जरूरी कागजात थे। उन्होंने बताया कि मामले को दर्ज कर एक कॉपी गोंडा में रिसीव करा दी गई, जबकि एक कॉपी वादी के पास और एक जीआरपी थाने में मौजूद है।

फिर कृषक में हुई चोरी

सैटर्डे मार्निग एक बार चोरों ने क्भ्008 के ही पैसेंजर को निशाना बनाया। मार्निग करीब फ्.ख्0 मिनट पर चोर मनकापुर-स्वामीनारायण छपिया के बीच एक महिला का पर्स लेकर चलती गाड़ी से कूदकर फरार हो गए। एलडीए कॉलोनी कानपुर रोड, लखनऊ की रहने वाली नीतू गुप्ता ने मामला दर्ज कराया। नीतू की एस-फ् कोच में क् और ख् नंबर बर्थ थी। उनके पर्स में पायल, ख् मोबाइल हैंडसेट, पैन कार्ड, वोटर आईडी के साथ ख्000 रुपए कैश रखा था। इस मामले की एक कॉपी को भी गोंडा में रिसीव करा दिया गया।

कृषक एक्सप्रेस में दो मामले दर्ज किए गए हैं। एक ख्म् फरवरी को और दूसरा मामला 7 मार्च को दर्ज कराया गया है। दोनों ही मामले संबंधित स्टेशन को ट्रांसफर किए जा रहे हैं।

गिरजा शंकर त्रिपाठी, प्रभारी, जीआरपी