- पिपराइच एरिया के छितौनी की घटना
- कोर्ट में चल रहा भूमि विवाद का मामला
- दो समुदायों में तनाव के बाद भारी फोर्स तैनात
-सीओ के सामने ही एक आरोपी की कर डाली पिटाई
GORAKHPUR: पिपराइच एरिया के छितौनी गांव में भूमि विवाद को लेकर हुई मारपीट में बुजुर्ग की जान चली गई। सोमवार की सुबह दो समुदायों के बीच विवाद की सूचना से पुलिस-प्रशासन के अफसर हरकत में आ गए। तत्काल गांव में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया। घटना से गुस्साए लोगों ने सीओ के सामने ही एक आरोपी की पिटाई कर दी। हालात काबू करने में पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी। हत्या, बलवा, मारपीट, जानमाल की धमकी देने सहित कई धाराओं में केस दर्ज करके पुलिस आरोपियों की तलाश में लगी है।
पंचायत में बिगड़ी बात
छितौनी निवासी राम सांवर और मुहम्मद शफी खान के बीच भूमि को लेकर विवाद चल रहा है। राम सांवर अपने घर के सामने चहारदीवारी बनाना चाहता था। राम सावंर के घर के सामने सार्वजनिक भूमि और कुआं है। उसने बाउंड्री का काम शुरू कराया तो अन्य लोगों ने विरोध शुरू कर दिया। इसको लेकर तीन बार पंचायत भी बुलाई गई। लेकिन दोनों पक्षों में बात नहीं बन सकी। सोमवार की सुबह पंचायत चल रही थी। तभी गांव के अन्य लोगों के साथ-साथ शफी ने भी राम सांवर पक्ष को समझाने की कोशिश की। खुद ही कुदाल उठाकर नींव की मिट्टी वापस डालने लगा। इससे दोनों पक्षों में विवाद हो गया। बात बिगड़ने पर मारपीट शुरू हो गई।
कुदाल छीनकर मार दिया
आरोप है कि मारपीट के दौरान राम सांवर पक्ष के लोगों ने शफी से कुदाल छीन ली। उसी कुदाल से उस पर हमला बोल दिया। कुछ माह पहले हार्ट का ऑपरेशन कराने वाला 60 साल का शफी कुदाल का हमला नहीं झेल पाया। उसकी मौके पर जान चली गई। बुजुर्ग के मर्डर से गांव का माहौल गर्म हो गया। दोनों समुदायों के लोग आमने-सामने हो गए। सूचना पाकर पिपराइच पुलिस पहुंची। कुछ लोगों ने राम सांवर का घर घेर लिया। बवाल बढ़ता देखकर पुलिस ने राम सांवर के परिवार के लोगों हिरासत में लेकर थाने भेज दिया।
सीओ के सामने आरोपी को पीटा
बुजुर्ग की हत्या के आरोप में पुलिस ने गांव के सरोज निषाद को पकड़ लिया। घटना से गुस्साए लोगों ने पुलिस अभिरक्षा से खींचकर उसकी पिटाई शुरू कर दिया। काफी मशक्कत के बाद पुलिस उसको थाने ले जा पाई। बवाल बढ़ने की आशंका में भारी पुलिस बुला ली गई। एहतियात के तौर पर गांव में पीएसी तैनात कर दी गई। एसडीएम सदर पंकज वर्मा, एसपी ग्रामीण ब्रजेश सिंह सहित भी मौके पर पहुंचे। उधर शफी के बेटे फिरोज की तहरीर पर राम संवारे, उसके बेटे सहित सात नामजद के खिलाफ हत्या, बलवा, मारपीट, जानमाल की धमकी देने का केस दर्ज करके पुलिस कार्रवाई में जुटी है।
पुलिस नहीं सुलझा सकी मामला
चहारदीवारी के निर्माण को लेकर चल रहे विवाद काफी दिनों से चल रहा था। शिकायत होने पर पुलिस ने थाने पर पंचायत कराई थी। मामले के निस्तारण में पुलिस नाकाम रही। समाधान दिवस में बेहतर तालमेल के अभाव में भूमि का फैसला नहीं हो सका। इससे बात बिगड़ती चली गई। गांव के लोगों ने अफसरों को बताया कि सार्वजनिक जगह पर निर्माण को लेकर सबका विरोध था। लेकिन गांव की एक अन्य भूमि को लेकर राम सांवर और शफी खान के बीच न्यायालय में मुकदमा चल रहा है। इसलिए शफी और उनके परिवार के लोग ज्यादा रुचि ले रहे थे। गांव के लोगों का कहना है कि समय रहते पुलिस विवाद नहीं सुलझा सकी। इस वजह से बुजुर्ग की जान गंवानी पड़ी।