गोरखपुर (ब्यूरो)। मोहल्ले में एक बारात आई थी। लोग खुशी में नाच-गा रहे थे। तभी पशु तस्करों का पीछा करती हुई पुलिस की टीम पहुंच गई। खुद को घिरता देखकर तस्करों ने बारातियों को रौंद दिया था, जिसमें छह लोगों की जान चली गई थी। दोनों घटनाओं के संयोग से भी लोग सहम जा रहे हैं।

दूल्हे के पिता परमेश्वर ने टाली शादी

बुधवार रात हुए हादसे के बाद नौरंगियां में मातम पसर गया। परमेश्वर के परिवार में जहां शादी की शहनाई बजाने की तैयारी चल रही थी। वहीं, हादसे के बाद चहुंओर चीत्कार है। हादसे में मौत के गम में डूबे परमेश्वर ने बेटे की शादी रोक दी। शाम तक दूल्हे को अकेले भेजकर शादी की रस्म पूरी कराने की बात होती रही, लेकिन इसके लिए भी कोई हिम्मत नहीं जुटा पाया। परमेश्वर ने कहा कि अपने लोगों की मौत हुई है। जिस गांव में एक साथ 13 अर्थियां निकली हैं। वहां बारात कैसे निकाली जा सकती है।

नाच-गाकर लौटते तो खाते खाना, पड़ा रह गया भोजन

मटकोड़ के बाद लौटकर परिवार और आसपास के लोगों को रात का भोजन कराने की तैयारी थी। घटना के बाद गांव में मची अफरातफरी के बाद किसी को अनाज का दाना नसीब नहीं हुआ। भूख से रोते-बिलखते बच्चों को किसी तरह से महिलाएं शांत कराती रहीं। गुरुवार को भी किसी घर में चूल्हा नहीं जला। बच्चों को संभालना भी मुश्किल था। लोगों ने बताया कि घटना की सूचना कुछ साहसी युवक रस्सी से कुएं में उतर गए। सीढ़ी की मदद से लोगों को किसी तरह से बाहर निकाला गया। कुएं से करीब नौ टैंकर पानी भी निकला। तभी सबकी बॉडी मिल सकी

5 की जान बचाकर खुद नहीं बच सकी पूजा

हादसे के शिकार लोगों में नौरंगियां मोहल्ले की 22 साल की पूजा भी शामिल है। स्लैब बैठने पर पूजा और उसकी मां लीलावती भी कुएं में गिर गई थीं। मां सहित पांच अन्य को किसी तरह से पूजा ने बाहर निकालने में मदद की। घटना के बाद जब अंधेरे में कुएं में रस्सी और सीढ़ी डाली गई तो पूजा ने मां और चार अन्य को बचाने में मदद की। कुएं में गिरी पूजा ने ही शोर मचाया तो वहां विपिन पहुंचा। वह पानी में पड़े बच्चों को किसी तरह से उठाकर बाहर निकालने में मदद करती रही। वह छठवीं जान बचाने की कोशिश में लगी थी। तभी सीढ़ी से उसका पैर फिसल गया। सिर के बल कुएं में दोबारा गिरने पर उसकी मौत हो गई। पूजा ने सात साल की रंजू, नौ साल के उपेंद्र सहित पांच की जान बचाकर खुद नहीं बच सकी। लोगों ने बताया कि पूजा सेना में जाने की तैयारी कर रही थी। पूजा के पिता बलवंत जम्मू-कश्मीर में हवलदार हैं। बीए सेकेंड ईयर की छात्रा पूजा के जुड़वा भाई आदित्य और उत्कर्ष कक्षा नौ में पढ़ते हैं।

पीएम ने जताया दुख, हादसा हृदय विदारक

कुशीनगर के नेबुआ नौरंगियां की घटना पर पीएम नरेंद्र मोदी ने गहरा दुख जताया है। उन्होंने कहा, यह हादसा हृदय विदारक है। इसमें जिन लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है। उनके परिजनों के प्रति मैं अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं। इसके साथ ही घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं। स्थानीय प्रशासन हर संभव मदद में जुटा है।

मुआवजे का ऐलान, दिनभर लगा रहा तांता

कुशीनगर हादसे के बाद घटनास्थल पर लोगों का दिनभर तांता लगा रहा। कुछ लोगों ने एक माह पूर्व बने स्लैब के निर्माण को लेकर भी सवाल उठाए हैं। गुरुवार को मोहल्ले में पहुंचे नेताओं ने शोक संतृप्त परिवारों के प्रति संवेदना जताई। पीएम रिलीफ फंड से मृत लोगों के परिजनों को दो-दो लाख और घायलों को उपचार के लिए 50-50 हजार दिए जाएंगे। जिला प्रशासन की ओर से मृतकों के घरवालों को दो-दो लाख और घायलों को 50-50 हजार की मदद दी जाएगी।

घटनाक्रम

बुधवार रात 8.30 बजे : मटकोड़वा शुरू हुआ।

रात 9. 40 बजे: मोहल्ले में घूमते हुए नाचते-गाते महिलाएं कुएं पर पहुंचीं।

10 बजे: कुएं का स्लैब ढहने से महिलाएं और बच्चे उसमें गिर पड़े।

11.35 बजे : कुएं में गिरे लोगों को किसी तरह से निकालकर अस्पताल पहुंचाया गया। वहां डॉक्टरों ने 11 को मृत घोषित किया।

गुरुवार रात 3 बजे: डॉक्टरों का पैनल बनाकर पोस्टमार्टम कराया गया। जो सुबह नौ बजे तक चला।

सुबह 11 बजे: मृतकों की बॉडी पहुंची। उनका दाह संस्कार कराया गया।