गोरखपुर (ब्यूरो)।स्कूल और छात्र से जुड़ी जरूरी जानकारी पोर्टल पर अपडेट की जाएगी। वर्तमान शैक्षिक सत्र में बेसिक शिक्षा विभाग में ऑनलाइन आवेदन करने वाले आरटीई के तहत तीन चरणों में विद्यालयों में बच्चों का दाखिला कराया गया है। प्राइवेट स्कूल शिक्षा के अधिकार के तहत गरीब बच्चों का प्रवेश लेने में आनाकानी करते रहते हैं। ऐसी शिकायतों को ध्यान में रखते हुए बेसिक शिक्षा विभाग ने अब स्कूल और बच्चों से जुड़ी जानकारियां पोर्टल पर अपलोड कराने की व्यवस्था की है। साथ ही इसको लेकर सख्त रुख भी अख्तियार कर लिया है।
धन के सही उपयोग की होगी जांच
विभाग का दावा है कि इस नई व्यवस्था के तहत स्कूल की स्थिति, बच्चों की उपस्थिति का प्रतिशत, मिलने वाले धन का सही उपयोग समेत कई अन्य बिंदुओं को शामिल किया गया है। विभाग की मानें तो हर माह डाटा अपलोड कराने से स्कूलों की मनमानी के साथ ही बच्चों की सही आर्थिक स्थिति और तमाम जानकारियां मिलेंगी।
आरटीई के तहत गरीब व जरूरतमंदों के बच्चों को निजी स्कूलों में दाखिले की व्यवस्था की गई है। विद्यालय अपने लॉगिन से आरटीई के तहत प्रवेशित बच्चों का संपूर्ण ब्योरा (वित्तीय सहायता एवं शुल्क प्रतिपूर्ति) पोर्टल पर अपलोड कर दें, जिससे कि उन्हें वित्तीय सत्र समाप्त होने से पूर्व शुल्क प्रतिपूर्ति की धनराशि प्राप्त हो सके। विवरण अपलोड न किए जाने की स्थिति में शुल्क प्रतिपूर्ति देना संभव नहीं होगा। जो विद्यालय प्रवेश के नाम पर हीलाहवाली करेंगे और भौतिक सत्यापन के नाम पर प्रवेश लेने से इनकार करेंगे ऐसे विद्यालयों को विभाग की तरफ से मिलने वाली एनओसी पर रोक लगा दी जाएगी।
-रमेंद्र कुमार सिंह, बीएसए