- डीडीयूजीयू में इसी सेशन में नेशनल स्कीम सर्विस को लागू किया जाएगा नये कोर्स के रूप में
GORAKHPUR: यूथ को अलग प्लेटफॉर्म देखकर खास पहचान दिलाने वाली नेशनल सर्विस स्कीम अब और बेहतर हो गई है। यूनिवर्सिटी ग्रांट कमिशन ने इसे सब्जेक्ट के तौर पर शामिल करने का फैसला किया है। इससे जहां स्टूडेंट्स को स्किल्ड नॉलेज मिलेगी, वहीं इसमें डेडिकेशन के साथ वर्क करने पर ही उन्हें सर्टिफिकेट मिलेगा। अंडर ग्रेजुएट स्टूडेंट्स इसे ऑप्शनल सब्जेक्ट के तौर पर सेलेक्ट कर सकेंगे। यूनिवर्सिटी और कॉलेजेज में यह स्कीम पहले से ही लागू है। जिसमें काफी तादाद में स्टूडेंट्स पार्टिसिपेट भी करते हैं, लेकिन पिछले कई सालों में इस दायरा महज वेटेज सर्टिफिकेट तक ही सिमट कर रह गया है। एनएसएस की एक्टिविटीज महज कोरम पूरा करने भर रह गई हैं। इसे देखते हुए यूजीसी ने इसे एक सिलेबस के रूप में लागू करने का डिसिजन लिया है। इसके लिए नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया गया है। अब इसकी क्लासेज भी चलेंगी और एग्जाम भी होगा, इसमें जो पास होगा उसे ही एनएसएस का सर्टिफिकेट दिया जाएगा।
ताकि स्टूडेंट्स को मिले स्किल्ड नॉलेज
एनएसएस को सब्जेक्ट के तौर पर लागू करने के पीछे विजन यह है कि उनकी ओवरऑल पर्सनैलिटी डेवलप की जाए। जिस वजह से यूजीसी ने करिकुलम के रूप में लागू किया है। यह स्टूडेंट्स को डिफरेंट मोड में स्किल्ड बनाता है। डॉक्यूमेंटेंशन, रिपोर्टिग, सिविल व सेल्फ डिफेंस के साथ ही वोकेशनल स्किल्ड डेवलपमेंट समेत कई टॉपिक्स पर उन्हें पढ़ाया जाएगा। यूजीसी के सचिव प्रो। डॉ। जसपाल एस। सन्धू की तरफ से गोरखपुर यूनिवर्सिटी को लेटर भी जारी कर दिया गया है। गोरखपुर यूनिवर्सिटी के एनएसएस कोऑर्डिनेटर डॉ। अजय कुमार शुक्ला ने बताया कि स्टूडेंट्स के लिए यह बेहद सुनहरा मौका है।
सीखने को क्या होगा खास -
फर्स्ट सेमेस्टर - एनएसएस का बेसिक कॉन्सेप्ट और योजना के तहत होने वाले प्रोग्राम और एक्टिविटीज को जानेंगे स्टूडेंट्स।
सेकेंड सेमेस्टर - एनएसएस के जरिए लीडरशिप क्वालिटी क्या है और इसे कैसे बेहतर किया जाए। क्या है नेशनल इंटीग्रेशन।
थर्ड सेमेस्टर - सिटीजनशिप, फैमिली और सोसायटी से इंट्रोडक्शन, हेल्थ, हाइजीन और सेनिटाजेशन प्रोग्राम। यूथ एंड योगा।
फोर्थ सेमेस्टर - एनवायर्नमेंट इश्यूज से रिलेटेड इंफॉर्मेशन। डिजास्टर मैनेजमेंट कोर्स।
फिफ्थ सेमेस्टर- वोकेशनल स्किल डेवलपमेंट और यूथ और क्राइम टॉपिक पर इंफॉर्मेशन।
सिक्स्थ सेमेस्टर- सिविल डिफेंस और रीसोर्स मोबिलाइजेशन के रोल्स एंड रिस्पांसिबिल्टीज जानेंगे स्टूडेंट्स
एनएसएस को कोर्स के रूप में शामिल करने के लिए आदेश आया है। स्टूडेंट्स को इस कोर्स का लाभ मिल सके। इसके लिए इसे इसी सत्र से लागू भी किया जाएगा।
- प्रो। अशोक कुमार, वीसी, डीडीयूजीयू