- रेलवे के अधिकृत वेंडर्स को एप्रन में खाना सर्व करने का रेलवे बोर्ड ने दिया निर्देश
- अब एप्रन से होगी पहचान, सफाई के साथ अवैध वेंडर्स पर भी लगेगा अंकुश
GORAKHPUR: ट्रेन पैसेंजर्स के लिए एक अच्छी खबर है। अब आप अगर यात्रा के दौरान खाने-पीने की कोई चीज खरीद रहे हैं तो यह आसानी से पता चल जाएगा कि कौन वेंडर रेलवे का अधिकृत है और कौन अवैध। क्योंकि अब रेलवे से अधिकृत वेंडर्स एप्रन में नजर आएंगे। साथ ही खाने-पीने का सामान सर्व करते समय वे एप्रन के साथ ही टोपी और हाथों में ग्लव्स भी पहने रखेंगे। इसके लिए रेलवे बोर्ड ने निर्देश जारी किया है कि अब ट्रेन में सभी वेंडर कंप्लीट एप्रन में नजर आने चाहिए।
बंद होगी अवैध वेंडिंग
इससे खाने-पीने की चीजों में साफ-सफाई होने के साथ ही रेलवे स्टेशन से लेकर ट्रेंस तक में होने वाली अवैध वेंडिंग रुकेगी। बता दें, रेलवे में अपना जाल बिछाए अवैध वेंडर्स प्लेटफार्म से लेकर ट्रेंस तक खुलेआम अवैध खाने-पीने की चीजें बेचते हैं। ऐसे में पैसेंजर्स के लिए पहचान पाना मुश्किल होता है कि वे अवैध हैं या रेलवे के अधिकृत वेंडर्स। इसका फायदा उठाकर यह वेंडर्स घटिया सामान के बदले पैसेंजर्स से मुंह मांगी कीमत भी वसूल रहे हैं।
एक्चुअल रेट पर सामान
इस फैसले से पैसेंजर्स को सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि सफर के दौरान उन्हें शुद्ध खाने-पीने के सामान मिलेंगे। साथ ही सभी सामान रेलवे के एक्चुअल रेट पर भी मिलेंगे। ऐसे में वेंडर्स के एप्रन पहने रहने से उन्हें पहचानने में कोई दिक्कत नहीं होगी। रेलवे अधिकारियों के मुताबिक इससे पैसेंजर्स को तो सुविधा मिलेगी ही, ट्रेंस में होने वाली अवैध वेंडिंग पर भी अंकुश लग सकेगा।
कोट्स
रेलवे की यह पहल काफी सराहनीय है। अक्सर सफर के दौरान खाने-पीने के सामान के पैसे अधिक देने पड़ते हैं। कभी-कभी तो खराब सामान होने की वजह से पैसेंजर की तबीयत तक बिगड़ जाती है।
रमेश चंद गौतम, पैसेंजर
प्लेटफॉर्म से लेकर ट्रेंस तक में खुली अवैध पूड़ी-सब्जी आदि खूब बिक रही है। ऐसे में अधिक पैसे देकर भी पैसेंजर को घटिया सामान खाना पड़ रहा है। अगर वेंडर एप्रन पहने नजर आएंगे तो हर कोई उन्हें देखकर ही सामान लेगा।
- मो। आदिल, पैसेंजर
सफर के दौरान साफ-सफाई ना होने के चलते कुछ भी खाने से डर लगता है। अगर अच्छा खाना सर्व किया जाए तो हर कोई इसे खाना पसंद करेगा। रेलवे की यह अच्छी पहल है। इससे पैसेंजर्स को काफी सुविधा होगी।
- जलालुद्दीन, पैसेंजर