GORAKHPUR:
सिटी के प्राइवेट हॉस्पिटल संचालकों को अब कोरोना जांच के साथ-साथ गंभीर बीमारियों से ग्रस्त मरीजों को भी इलाज करना होगा। इलाज नहीं करने पर सीधे जिला प्रशासन व हेल्थ डिपार्टमेंट उनके खिलाफ एक्शन लेगी। इसके लिए हेल्थ डिपार्टमेंट की एक टीम को मानिटरिंग का जिम्मा सौंपा गया है। जिला प्रशासन की तरफ से जारी किए गए निर्देश पर सिटी के सभी प्राइवेट डॉक्टर्स को एंटीजन किट मुहैया कराया जाएगा ताकि मरीजों की कोरोना जांच हो सके। प्राइवेट डॉक्टर्स को इसके लिए ट्रेनिंग भी दी जाएगी। वहीं, कोरोना संक्रमण से बचाव और इलाज को लेकर मीटिंग भी हो चुकी है। जिसमें आईएमए और प्राइवेट हॉस्पिटल के डॉक्टर्स ने हिस्सा लिया था। डीएम के। विजयेंद्र पांडियन और सीडीओ इंद्रजीत सिंह ने निर्देश दिए कि प्राइवेट हॉस्पिटल में कोई भी मरीज जब इलाज के लिए आए तो उसे आइसोलेशन वार्ड में रखा जाए। वहीं पर उनकी कोरोना जांच के साथ ही इलाज शुरू किया जाए। प्रशासन ने सभी को 25-25 एंटीजन किट उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया है। सीडीओ ने बताया कि सिटी के 26 प्राइवेट हॉस्पिटल को एंटीजन किट मुहैया करा दिया गया है। हॉस्पिटल में तैनात डॉक्टर्स को जांच से लेकर इलाज आदि को लेकर ट्रेनिंग भी दी जाएगी।